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कांग्रेस न पिछड़ी है और न बिखरी; प्रदेश के भविष्य का चुनाव है, जनता जीतेगी – कमलनाथ

कमलनाथ ने विशेष साक्षात्कार में कहा जनता ने मिलावटी, दिखावटी, सजावटी और बनावटी भाजपा को प्रेम से विदा करने की तैयारी कर ली है

भोपाल – मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। हालांकि, पांचों राज्यों के चुनाव महत्वपूर्ण हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने जा रहा मतदान विशेष अहमियत रखता है, क्योंकि भाजपा यहां लंबे समय से शासन में है और कांग्रेस उसके सामने गंभीर चुनौती पेश कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की अगुआई में पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता संगठित होकर मैदान में डटे हैं। उनका कहना है कि उनका संगठन बूथ स्तर तक तैयार है। चुनाव में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, आदिवासी-महिलाओं का उत्पीड़न, किसान और कानून व्यवस्था की बदहाल स्थिति प्रमुख मुद्दे हैं। प्रदेश में हर वर्ग परेशान है। शिवराज सरकार में केवल घोषणाएं हुईं हैं, जो तस्वीर दिखाई जा रही है, वास्तविकता उससे बिल्कुल अलग है और यह जनता देख और समझ रही है। यह चुनाव जनता ही लड़ रही है। यह हम जन आक्रोश यात्रा में देख चुके हैं।
चुनाव की तैयारी में जुटे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से नई दुनिया ब्यूरो प्रमुख धनंजय प्रताप सिंह और विशेष संवाददाता वैभव श्रीधर ने विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की। प्रस्तुत हैं प्रमुख अंशः

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आपकी क्या तैयारी है?

विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और मध्य प्रदेश की जनता पूरी तरह तैयार है। जनता ने मिलावटी, दिखावटी, सजावटी और बनावटी भाजपा को प्रेम से विदा करने की तैयारी कर ली है। मध्य प्रदेश में अबतक का सबसे बड़ा संगठन बनकर न केवल तैयार है, बल्कि मैदान में उतर चुका है। मंडल, सेक्टर और बूथ हर स्तर पर पदाधिकारी नियुक्त हैं। संगठन की सक्रियता का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि नारी सम्मान योजना के बड़ी संख्या में आवेदन भरवाए जा चुके हैं। नगरीय निकाय से लेकर ग्राम पंचायत के चुनाव में संगठन सक्रिय रहा है। जन जागरण अभियान, घर चलो घर-घर चलो अभियान, गांधी चौपाल, आदिवासी स्वाभिमान यात्रा, नर्मदा सेवा यात्रा से लेकर जन आक्रोश यात्रा तक कांग्रेस लगातार जनता के बीच जाती रही है। पिछले साल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को भी मध्य प्रदेश में बड़ा जन समर्थन मिला था।

चुनाव में कांग्रेस पहले बढ़त लेती नजर आ रही थी, लेकिन अब पिछड़ी हुई दिख रही है, ऐसा क्यों?

यह भाजपा की ओर से सुनियोजित तरीके से फैलाया जा रहा दुष्प्रचार है। प्रदेश की जनता ने इस चुनाव को भाजपा की विदाई यात्रा में बदल दिया है। भाजपा ने जनता में पकड़ मजबूत नहीं की है, बल्कि विज्ञापनों में ज्यादा पैसा खर्च करना शुरू किया है। आचार संहिता लगने के बाद सरकारी खर्च पर हो रहा पार्टी का प्रचार समाप्त हो गया है। अब सच्चाई फिर से जनता के सामने आ जाएगी। सच्चाई यह है कि कांग्रेस पिछड़ी नहीं है, बल्कि भाजपा बिखरी हुई है।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस यानी कमलनाथ हो गया है। संगठन में बाकी नेताओं की खास भूमिका नजर नहीं आती है?

पूरे प्रदेश में इस समय हमारे साथ जन आक्रोश यात्रा निकल रही है। हमारे सात वरिष्ठ नेता इन यात्राओं का नेतृत्व कर रहे हैं। मुझे समझ नहीं आता कि कोई यह कैसे कह सकता है कि हमारे बाकी नेताओं की खास भूमिका नजर नहीं आ रही है। कांग्रेस पार्टी संगठित होकर चुनाव लड़ रही है, जो टुकड़े-टुकड़े हो चुकी भाजपा को चारों खाने चित्त कर देगी।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है?

जहां तक विधानसभा चुनाव के मुख्य मुद्दों का सवाल है तो शिवराज सरकार ने प्रदेश की पहचान घोटाले से बना दी है। व्यापम, महाकाल लोक, पटवारी भर्ती, आरक्षक भर्ती, नर्सिंग कालेज सहित कई घोटाले सामने आ चुके हैं। 50 प्रतिशत कमीशन राज मध्य प्रदेश की पहचान बन चुका है। जनता महंगाई से त्रस्त है। किसान फसल खराब होने से परेशान है। बिजली की भारी कटौती हो रही है। नौजवान बेरोजगार घूम रहे हैं। कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। यह सारी समस्याएं प्रदेश के चुनाव का मुख्य मुद्दा है। हमने किसानों को पांच बड़ी गारंटी दी है। मध्य प्रदेश के किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। किसानों को पांच हार्स पावर तक की सिंचाई वाले बिजली कनेक्शन पर बिजली नि:शुल्क दी जाएगी। बिजली के भारी भरकम लंबित बिलों को माफ किया जाएगा। किसानों को सिंचाई के लिए कम से कम 12 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। शिवराज सरकार द्वारा किसानों पर लगाए गए अन्यायपूर्ण मुकदमों को वापस लिया जाएगा। नारी सम्मान योजना के अंतर्गत महिलाओं को एक हजार 500 प्रतिमाह व 500 में गैस सिलेंडर दिया जाएगा। हर उपभोक्ता को सौ यूनिट तक बिजली माफ व 200 यूनिट तक बिजली आधी दर पर दी जाएगी। सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी। ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ जाति आधारित गणना कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा के नेता आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस सरकार में वल्लभ भवन दलालों का अड्डा बन गया था। भ्रष्टाचार चरम पर था। आपने हजारों तबादले किए?

शिवराज जी को एक अच्छे आइने की जरूरत है। पिछले 18 वर्ष से मध्य प्रदेश में घोटाले, भ्रष्टाचार और कमीशन की छवि बन चुकी है। दूसरी बात यह कि वल्लभ भवन (मंत्रालय) में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। शिवराज जी मुख्यमंत्री हैं, जानकारी निकलवाकर जनता के सामने रख दें कि कौन वल्लभ भवन में दलाली करता था और कौन दलाली कर रहा है।

भाजपा का आरोप है कि सनातन धर्म का बार-बार कांग्रेस और गठबंधन के सहयोगी दलों द्वारा अपमान किया जाता है?

भारतीय जनता पार्टी किस मुंह से सनातन धर्म की बात करती है? सनातन धर्म, समाज में प्रेम और सद्भाव की शिक्षा देता है। सनातन धर्म सभी धर्म और जातियों के साथ समानता का व्यवहार करने की शिक्षा देता है। जब चुनाव में हार स्पष्ट दिखने लगी और मध्य प्रदेश की जनता ने अपने आक्रोश को खुलकर प्रदर्शित कर दिया तो जनता का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा सनातन धर्म की बात कर रही है, जो लोग सनातन धर्म को मानते हैं क्या वे महाकाल लोक में घोटाला कर सकते हैं, क्या वे सिंहस्थ में घोटाला कर सकते हैं, क्या वे ओरछा में राजा राम को इनकम टैक्स का नोटिस दे सकते हैं, क्या वे सबलगढ़ में हनुमान जी के मंदिर के पुजारी को मंदिर खाली करने का नोटिस दे सकते हैं, क्या वे सलकनपुर के देवी धाम में बड़े पैमाने पर चोरी होने दे सकते हैं? भाजपा सरकार धर्म विरोधी काम करती है इसलिए इन्हें धर्म का प्रमाण पत्र बांटने का कोई अधिकार नहीं है।

भाजपा आपकी हनुमान भक्ति को चुनावी स्टंट बताकर आरोप लगाती है कि कांग्रेस का साफ्ट हिंदुत्व दिखावा है?

भाजपा के इन आरोपों पर मैं भगवान हनुमान जी से प्रार्थना करता हूं कि भाजपा की कुमति का निवारण करें और मुझे सच्चे हृदय और आस्था से ईश्वर में श्रद्धा रखने का आशीर्वाद दें।

चुनाव कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान के बीच है या फिर मोदी-कमलनाथ के बीच, क्योंकि भाजपा मोदी को आगे रखकर चुनाव लड़ रही है?

यह चुनाव मध्य प्रदेश की जनता और भाजपा के 18 साल के कुशासन के बीच है। मुझे पूरा विश्वास है कि चुनाव में मध्य प्रदेश की जनता जीतेगी।

आप आमतौर पर कहते हैं कि हमारा मुकाबला भाजपा नेताओं से नहीं उनके संगठन से है तो क्या यह मानते हैं कि कांग्रेस का संगठन तुलनात्मक रूप से कमजोर है?

एक साल पहले तक मैं यह बात कहता था। इसका उद्देश्य पार्टी संगठन में जोश भरना था और जहां जो कमियां थीं, उन्हें दूर करना था। आज कांग्रेस के पास भाजपा से ज्यादा प्रतिबद्ध, बड़ा और सक्रिय संगठन है। मैं तो जहां भी जाता हूं सबसे पहले मंडलम और सेक्टर के पदाधिकारी की बैठक लेता हूं। मैं गर्व से कह सकता हूं कि प्रदेश के सभी 64,523 बूथ पर आज कांग्रेस के पदाधिकारी हैं और सक्रियता से अपना काम कर रहे हैं।

दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, सुरेश पचौरी जैसे वरिष्ठ नेताओं को क्या चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है?

प्रत्याशी का फैसला नेताओं की शक्ल देखकर नहीं होना है, पार्टी की जरूरत देखकर होना है। चाहे कमलनाथ हों चाहे कोई दूसरा नेता, पार्टी जिसे संगठन का काम देगी, वह संगठन का काम करेगा और जिसे चुनाव लड़ने का आदेश देगी, वह चुनाव लड़ेगा।

भाजपा आरोप लगाती है कि आप हों या दिग्विजय सिंह सहित अन्य नेता अधिकारियों-कर्मचारियों को बार-बार देख लेने की धमकी देते हैं?

भाजपा कुछ भी कह सकती है। यह शिवराज जी ही थे, जो कहते थे कि सुन ले रे कलेक्टर। क्या आपने मेरे मुंह से कभी ऐसी भाषा सुनी? हां मैंने बार-बार यह बात कही है और फिर दोहराता हूं कि जो अधिकारी और कर्मचारी कानून के अनुसार काम न करके अपनी जेब में भाजपा का बिल्ला लेकर काम कर रहे हैं, उनके साथ मध्य प्रदेश की जनता न्याय करेगी। सरकारी कर्मचारियों को शासन के अधिकारी और कर्मचारियों की तरह काम करना चाहिए न कि किसी दल विशेष के कार्यकर्ता की तरह, जो लोग भी इस तरह के कामों में लिप्त होंगे कांग्रेस सरकार आने पर जनता उनसे हिसाब लेगी।

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