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पटवारी भर्ती परीक्षा 2022 में धांधली का खुलासा हुआ

परीक्षा की टॉप 10 सूची में एक ही सेंटर के 7 छात्र शामिल

भोपाल – हाल ही में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा 2022 के रिजल्ट को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं। सोमवार को मंडल ने परीक्षा की टॉप 10 सूची जारी की तो एक ही सेंटर के 7 छात्र इसमें शामिल थे। जिसके बाद मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता गौरव त्रिपाठी ने मामले की शिकायत कर्मचारी चयन मंडल को की, उन्होंने इसमें गड़बड़ी होने की बात भी लिखी। वहीं इस पूरी भर्ती परीक्षा की जांच की सीबीआई से करवाने की मांग भी की गई है । बता दें कि इस परीक्षा का रिजल्ट 30 जून को आया है और टॉपर 10 की लिस्ट 10 जुलाई को जारी की गई है।

यह है शिकायत

मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व गौरव त्रिपाठी ने एग्जाम कंट्रोलर कर्मचारी चयन मंडल मध्य प्रदेश को 11 जुलाई को की। उन्होंने लिखा है कि मध्य प्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया है जिसमें रिजल्ट में गड़बड़ी होना प्रतीत हो रहा है। उन्होंने शिकायत में कई बिंदुओं के आधार पर की है।

हाल ही में पटवारी भर्ती परीक्षा के टॉप 10 स्टूडेंट्स की सूची जारी की गई है। जिसमें से टॉप 10 में से 7 अभ्यर्थी ग्वालियर के NRI कॉलेज से है।
टॉप 10 के अलावा अन्य अच्छे अंक लाने वाले स्टूडेंट भी NRI कॉलेज से है।
अत्यधिक अंक लाने वाले सभी स्टूडेंट्स के सिग्नेचर हिंदी में हैं।.इतने सारे टॉपर स्टूडेंट्स का हिंदी में सिग्नेचर करना समझ से परे है।
नियमानुसार भर्ती परीक्षा में फॉर्म भरते समय 3 माह के अंदर खींचा हुआ फोटो स्टूडेंट की प्रोफाइल में लगाना आवश्यक है लेकिन एक अभ्यर्थी जो कि अत्यधिक अंक लेकर आया है। उसने अपना 3 वर्ष पुराना फोटो लगाया है उसके फॉर्म को आपने निरस्त नहीं किया या उसे कोई नोटिफिकेशन नहीं भेजा। यह आपकी गड़बड़ी को उजागर करता है।
मेरिट सूची देखने पर प्रतीत होता है कि अत्यधिक अंक लाने वाले एवं अन्य अभ्यर्थी में से कई अभ्यर्थी फर्जी विकलांग सर्टिफिकेट बनवा कर चयनित हुए हैं। उनकी मर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट की जांच करवाई जाए।
Normalization प्रक्रिया में अत्यधिक अंकों की घटा- बढ़ी करना भी गड़बड़ी का उदाहरण है।

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