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भाजपाई इतने झूठ बोल चुके हैं कि कौवे भी काटने से डरेंगे

शिवराज ने जयकिसान फसल ऋण माफी योजना,किसान खेत तीर्थ दर्शन योजना,मुख्यमंत्री किसान समृद्धि योजना बंद कीं ?

भोपाल – मध्य प्रदेश में विगत 4 सालों से मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी 24 घंटे झूठ, झूठ और झूठ के साथ ही अपनी दिनचर्या को अंजाम देती आ रही है।वे कमलनाथ सरकार के कामों और उसकी दक्षता से डरकर झूठ का एक काल्पनिक संसार रच रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि मुख्यमत्री ने लगभग 100 बार कहा कि कांग्रेस ने किसानों का कोई कर्जा माफ नहीं किया किंतु विधानसभा में स्वीकार करना पड़ा कि 27 लाख किसानों का कर्ज माफ हुआ है। मुंह की खाई मगर नहीं आई मितलाई।

फिर कहा कि संबल योजना बंद कर दी लेकिन विधानसभा में खुद ही स्वीकार किया कि 74850 हितग्राहियों को 547. 3 करोड़ का संबल में लाभ दिया गया ।मुंह की खाई मगर नहीं आई मितलाई।
फिर एक और झूठ बोला कि सहरिया /भारिया जनजाति समूह से पोषण योजना का पैसा छीना। सारे अधिकारियों ने आरटीआई में स्वीकार किया कि पोषण की योजना निरंतर है कभी बंद नहीं हुई। मुंह की खाई मगर नहीं आई मितलाई ।
फिर कहा कि तीर्थ दर्शन योजना बंद कर दी इतने सारे झूठ रोज बोलकर भारतीय जनता पार्टी के लोग ष्यूनिवर्सिटी आफ लाइजष् के प्रोफेसर बन चुके हैं। रेडियो गप्पिस्तान के प्रोग्राम डायरेक्टर बन चुके हैं।
भाजपा सरकार में संवैधानिक पदों पर बैठे हुए लोग अपने ही नागरिकों से इतने झूठ बोल चुके हैं कि अब कौवे भी काटने से डरेंगे।
अब तक हमने नर्मदा मैया पर बोले गए झूठ का पर्दाफाश किया है। हमने सहरिया पोषण योजना और संबल योजना का झूठ उजागर किया है। जीएसडीपी की असलियत उजागर की है।आज आपके सामने मध्य प्रदेश सरकार की झूठ हितैषी नेतृत्व पंक्ति के तथा मुख्यमंत्री जी के एक और झूठ को उजागर कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बार-बार कहा है कि कमलनाथ जी की 15 महीने की सरकार ने तीर्थ दर्शन योजना समाप्त कर दी ऐसा झूठ बोलने में उन्हें कोई लाज नहीं आई।
सच यह है कि कमलनाथ सरकार ने 26 अगस्त 2019 को जिला राजगढ़, शाजापुर, रतलाम ,रीवा ,सीधी ,कटनी, सागर ,बैतूल, होशंगाबाद, दमोह, भोपाल, विदिशा, रायसेन ,छिंदवाड़ा ,उमरिया, शहडोल ,अनूपपुर जिलों के हितग्राहियों को 5 सितंबर 2019 से शुरू होकर 4 अक्टूबर 2019 तक की होने वाली तीर्थ दर्शन योजना की अनुमति भेजी। इस योजना के अंतर्गत रामदेवरा, द्वारका, जगन्नाथ पुरी, गया और रामेश्वरम के लिए 3600 यात्रियों की ट्रेन से व्यवस्था की गई ।
इसके बाद 5 अक्टूबर 2019 को 22 अक्टूबर 2019 से शुरू होकर 6 दिसंबर 2019 तक अमृतसर, पटना साहिब, रामेश्वरम, तिरुपति, द्वारका, शिरडी की तीर्थ यात्रा हेतु 3600 यात्रियों की व्यवस्था की ।
इसके बाद पुनः 29 जनवरी 2019 को भोपाल, विदिशा ,सागर, दमोह,के तीर्थ यात्रियों वाराणसी,प्रयागराज के लिये बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, जबलपुर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर ,कटनी , परासिया, बैतूल ,इटारसी, नरसिंहपुर के तीर्थयात्रियों के लिए 7 फरवरी से 28 फरवरी 2020 तक चलने वाली यात्रा के लिये 3600 बर्थ स्वीकृत की गई।
20 मार्च 2020 को अनैतिक प्रलोभनों और धन लिप्सा से सरकार गिरा दी गई ।सौदागिरी से बनी सरकार ने किस तरह कमीशनखोरी और कपट से जनता के धन को दोनों हाथों लूटा यह सब जानते हैं।
हम लगातार दस्तावेजों से झूठ का मुंह काला कर रहे हैं और अपेक्षा करते हैं कि भाजपा में अगर कोई नैतिकता शेष है तो अपने झूठ के समर्थन में दस्तावेज जारी करे।
गुप्ता ने मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि उन्होंने किसान समृद्धि योजना क्यों बंद की? जिसमें उन्होने 18लाख किसानों को जो अपना अनाज उपार्जन सेंटर पर नहीं बेच पाते,उन्हें 265रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा किया था।
मुख्यमंत्री बतायें कि उन्होंने किसान खेत तीर्थ दर्शन योजना बंद क्यों की?
वे यह भी बतायें कि उन्होंने कमलनाथ की जयकिसान फसल ऋण माफी योजना बंद क्यों की? लाखों किसानों को डिफाल्टर बनाया..क्या उन्हें किसानों से चिढ़ है?
क्या भाजपा किसानों को बर्बाद करना चाहती है?
कमलनाथ एक सच्चे नेता हैं।पाखंड,ढोंग और नाटकीयता उन्हें नहीं आती उनके काम ही उनका प्रचार है।उन्होंने 15 महीने में वह कर दिखाया जो भाजपा 18साल में नहीं कर सकी।
भाजपा सरकार के 250 घोटाले,24000 झूठी घोषणायें ही भाजपा की असलियत हैं।यही कौरवराज की वास्तविकता है।

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