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कमलनाथ ने इंटरव्यू रोका, दिग्विजय को साथ लाकर बोले- हम जय-वीरू, गब्बर का खात्मा करेंगे

साथ मिलकर मप्र के गब्बर के भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई जैसे आतंक का खात्मा करेंगे

भोपाल – जगह: कांग्रेस के सीएम फेस कमलनाथ का 9 श्यामला हिल्स आवास। मौका: कमलनाथ का इंटरव्यू। मेरा पहला सवाल: आप और दिग्विजय की दोस्ती में दरार क्यों? जवाब में कमलनाथ उठे और अंदर के कमरे में चले गए। एक बार लगा, नाराज हो गए।
फिर दिग्विजय का हाथ थामे बाहर आए और बोले- दिग्विजय तुम ही बताओ, हमारी दोस्ती के बारे में…। दोनों एक साथ बोले- हम जय-वीरू की जोड़ी हैं। साथ मिलकर मप्र के गब्बर के भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई जैसे आतंक का खात्मा करेंगे। वैसे, अब ये ड्रामा बंद होना चाहिए। हमने हंसी – मजाक क्या किया, लोगों ने बवाल कर दिया।

पढ़िए पूरा इंटरव्यू…

सवाल: मप्र में मतदान में सिर्फ 17 दिन बचे हैं? अभी कांग्रेस पूरी तरह एक्टिव नहीं दिख रही?

कमलनाथ: पूरे मप्र में घूमकर माहौल देख रहा हूं। अभी सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई का है। प्याज 80 रुपए किलो के पार हो गया है। लोग परेशान हैं। हमने युवाओं के लिए रोजगार के साथ बेरोजगारी भत्ता, बच्चों के लिए फ्री शिक्षा के साथ पढ़ाई का खर्च भी, किसानों को गेहूं का समर्थन मूल्य ₹2,600 रुपए, धान का ₹2,500 रुपए क्विंटल, महिलाओं के लिए नारी सम्मान, हर परिवार के लिए 25 लाख के स्वास्थ्य बीमा के जरिए हर वर्ग का ध्यान रखा है।

सवाल: कांग्रेस का पूरा चुनाव सिर्फ आपके इर्द-गिर्द ?
कमलनाथ: हमारे सभी नेता सक्रिय हैं। दरअसल, पूरा चुनाव कमलनाथ बनाम शिवराज हो गया है। भाजपा हाईकमान इससे डरने लगा है इसलिए वह प्रचारित कर रहा है कि कांग्रेस से सिर्फ कमलनाथ ही सक्रिय हैं।

सवाल: केंद्रीय नेतृत्व खासकर राहुल गांधी को क्या किसी रणनीति के तहत कम लाया जा रहा है?
कमलनाथ: जब जिसको जहां जरूरत होती है, वह डिमांड करता है। सबसे अधिक डिमांड राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की ही है। अब चुनाव तक राहुल की 8 से 10 सभाएं, प्रियंका गांधी की 6-7 सभांए और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की 4-5 सभाएं होंगी।

सवाल: कांग्रेस इस बार सॉफ्ट हिंदुत्व पर लड़ रही है?
कमलनाथ: भाजपा जानबूझकर चुनाव को धर्म पर ले जाना चाहती है। हम तो जनता से जुड़े मुद्दों की बात करते हैं। धर्म आचार और विचार का विषय है, प्रचार का नहीं। 15 साल पहले मैंने छिंदवाड़ा में हनुमान जी की सबसे विशाल प्रतिमा बनाई। वह मेरी आस्था का विषय है। दरअसल, शिवराज जी ने मध्य प्रदेश को घोटालों का प्रदेश बना दिया है। व्यापमं घोटाला, महाकाल लोक घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला, आरक्षक भर्ती घोटाला, नर्सिंग कॉलेज घोटाला। धर्म की आड़ में वह इनसे ध्यान हटाना चाहते हैं। 50% कमीशन राज मप्र की पहचान बन चुका है।

सवाल: भाजपा के मुकाबले कांग्रेस उतनी सक्रिय नहीं दिख रही?
कमलनाथ: लॉकडाउन समाप्त होने के बाद से पिछले 2 साल से मैं लगातार प्रदेश के सभी इलाकों का दौरा कर रहा हूं। हर जगह मैं जनता से मिलता हूं। हम अब सिर्फ चुनाव के समय का इंतजार नहीं करते। हम सालों भर मंडलम और सेक्टर के कार्यकर्ताओं से मिलते हैं। 40 साल से राजनीति कर रहा हूं। मैं लोगों की आंखों से पहचान लेता हूं कि उनके दिल में क्या है। इस बार मध्य प्रदेश की जनता ने बदलाव का फैसला कर लिया है।

सवाल: क्या इसे ओवर कांफिडेंस नहीं कहा जाएगा?
कमलनाथ: आप गौर से देखिए मोमेंटम किस तरफ है। प्रदेश में साल भर पहले नगर निगम के चुनाव हुए। मध्य प्रदेश के 16 नगर निगम में से सभी नगर निगम में पिछली बार भारतीय जनता पार्टी का मेयर था। इस बार कांग्रेस पार्टी के पांच मेयर बने हैं। दो सीटों पर हम हारे नहीं, बल्कि पुलिस पैसा और प्रशासन का दुरुपयोग करके हराए गए हैं।

कांग्रेस पिछले नगर निगम चुनाव में जहां शून्य पर खड़ी थी वहीं इस बार कांग्रेस पार्टी भाजपा की बराबरी पर आ गई है। ग्रामीण निकाय के चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया। चार विधानसभा उपचुनाव में से दो कांग्रेस पार्टी ने जीते। बदलाव की शुरुआत हो चुकी है। अब बस इसका अगला अध्याय लिखा जाना है।

सवाल: आदिवासी इस चुनाव में किसके साथ हैं?
​​​​​​​कमलनाथ: यह बहुत दुर्भाग्य की बात है कि आदिवासियों पर अत्याचार में मध्य प्रदेश नंबर वन है। यह हम नहीं कह रहे केंद्र सरकार का क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े कह रहे हैं। हाल ही में भाजपा विधायक के प्रतिनिधि ने सीधी जिले में एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब की। उसके पहले नेमावर में एक आदिवासी युवती और परिवार के पांच सदस्यों को जिंदा गाड़ दिया गया। नीमच में एक आदिवासी युवक को वाहन से बांधकर सड़क पर घसीटा गया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद भी आप पूछ रहे हैं कि आदिवासी किसके साथ है। पिछले चुनाव में आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित 47 सीटों में से 32 सीटों पर कांग्रेस पार्टी को जीत हासिल हुई थी। ये संख्या इस बार बढ़ेगी।

सवाल: इस चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा क्या है?
​​​​​​​कमलनाथ: पिछले विधानसभा चुनाव से पहले मंदसौर में किसानों पर गोली चलाने का मुद्दा एक बड़ा विषय था। इस बार शिवराज सरकार ने किसानों को सीधे गोली तो नहीं मारी है, लेकिन मध्य प्रदेश में किसानों की हालत पहले से ज्यादा खराब है। शिवराज जी ने वादा किया था कि 2022 में मध्य प्रदेश के किसानों की आमदनी दोगुनी कर देंगे] लेकिन संसदीय समिति की रिपोर्ट बताती है कि मध्य प्रदेश में किसानों की आमदनी दुगनी तो नहीं हुई बल्कि पहले से भी कम हो गई है। मध्य प्रदेश में 40 लाख से अधिक किसान सोयाबीन की फसल बर्बाद हो जाने से पूरी तरह परेशान है। अब तक मुआवजे के लिए सर्वे तक नहीं कराया गया है।

सवाल: कांग्रेस को कितनी सीट मिल सकती हैं?
​​​​​​​कमलनाथ: कांग्रेस पार्टी सरका

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