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मेडिकल की हिन्दी की पढ़ाई में छात्र छात्राओं को कोई रूचि नहीं – एनएसयूआई

विश्वास सारंग पर नहीं रहा मेडिकल स्टूडेंट्स को विश्वास, समय पर परीक्षा कराए सरकार – रवि परमार

भोपाल – मध्य प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा विभाग की हालत लगातार बिगड़ी जा रही हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग द्वारा मेडिकल की हिन्दी की पुस्तकों के वितरण समारोह पर NSUI ने हमला बोला है एनएसयूआई मेडिकल विंग के पूर्व प्रदेश संयोजक रवि परमार ने ने इसे ढोंग करार देते हुए कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की लापरवाही की वजह से मध्य प्रदेश में एकमात्र मेडिकल विश्वविद्यालय कई सालों से बेपटरी है जिससे लाखों छात्र छात्राएं का भविष्य अंधकारमय हो चुका हैं।
रवि परमार ने कहा कि मेडिकल स्टूडेंट्स को हिंदी में पाठ्यक्रम में कोई रुचि नहीं है। चूंकि, मेडिकल पाठ्यक्रम का चालान अंग्रेजी भाषा में है, इसलिए छात्र अंग्रेजी ही पढ़ना चाहते हैं। हिंदी भाषा में पाठयपुस्तक का अनुवाद और कलिस्ट है, इसलिए मेडिकल छात्र छात्राओं को हिंदी भाषा में पठन पाठन में कोई रुचि नहीं है। यही वजह है कि सरकार के कार्यक्रम में कोई मेडिकल छात्र नहीं पहुंचे थे। बाद में जबरन नर्सिंग स्टूडेंट्स को हॉल में बैठाया गया।
परमार ने कहा कि मध्य प्रदेश में मेडिकल शिक्षा में इतनी विसंगतियां हैं कि अब कोर्ट भी सरकार को फटकार लगाते लगाते थक गया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग पर अब किसी को विश्वास नहीं रहा। सारंग और उनके दलालों ने पूरे विभाग में लूट मचा रखा है। वहीं, मेडिकल और नर्सिंग स्टूडेंट्स का भविष्य चौपट हो रहा है। विश्वविद्यालय में ना तो परीक्षा समय पर होती है ना परीक्षा परिणाम समय पर जारी होते हैं। छात्र छात्राएं लगातार अपना भविष्य सुरक्षित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगता।

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