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भाजपा OBC मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाहा ने अपनी ही पार्टी को घेरा

प्रांतीय सम्मेलन में सिर्फ BJP नेताओं को बुलाने पर नाराज हुए कुशवाहा, कहा – सम्मेलन में हर दल से जुड़े समाज के लोगों को बुलाया था

भोपाल – भाजपा OBC मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाहा ने अपनी ही पार्टी को घेरा है। भोपाल में हुए कुशवाहा समाज के प्रांतीय सम्मेलन में सिर्फ BJP नेताओं को ही बुलाने पर वे नाराज हैं। उनका तर्क है कि सम्मेलन में हर दल से जुड़े समाज के लोगों को बुलाया जाना चाहिए था।
8 अगस्त को भोपाल के MLA रेस्ट हाउस में हुई प्रांतीय कुशवाहा समाज मप्र की प्रदेशस्तरीय बैठक में नारायण सिंह नाराज दिखे। उन्होंने बैठक में कहा, ‘BJP के लोग कुशवाहा समाज की नहीं सुनते। ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने भी मैं यह कह चुका हूं कि ये समाज BJP को वोट कैसे करेगा।’
नारायण सिंह मध्यप्रदेश के गृह राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। उन्होंने ग्वालियर के पार्षद शैलू कुशवाह की हत्या और कुशवाहा समाज के उत्पीड़न की घटनाओं पर कार्रवाई न होने का जिक्र भी किया। उनकी नाराजगी से BJP में चल रहा आंतरिक द्वंद्व खुलकर सामने आ गया है।

MLA रेस्ट हाउस में नारायण सिंह ने क्या कुछ कहा, पढ़िए…

सम्मेलन में लोगों की कितनी संख्या हुई, सब जानते हैं

31 जुलाई को भोपाल में कुशवाहा समाज के सम्मेलन में दो लाख लोगों को बुलाने का लक्ष्य दिया गया था। कितनी संख्या हुई? यह बात सबको पता है। कार्यक्रम हम लोग तय करें तो ठोस करें। पूरे प्रदेश का समाज एकजुट हो सकता है। केवल राजनीतिक स्वार्थों में अपनी रोटियां सेंकने में हमारे समाज के संगठन लग जाते हैं।
हमने भी राष्ट्रीय स्तर पर समाज का संगठन चलाया है। प्रांतीय कुशवाहा समाज जब से मध्यप्रदेश में काम कर रहा है, तब यहां भी दो-तीन संगठन प्रदेश में चल रहे थे, सबको बैठाकर एक किया। बिहार में भी दो-तीन संगठन चल रहे थे, उधर भी जाकर लोगों को एक किया। राजस्थान में भी एक किया। जब तक हम सब लोग एक होकर अपनी आवाज बुलंद नहीं करेंगे, तब तक ये राजनीतिक दल इस समाज को कमजोर समझते रहेंगे। उसका फायदा लेते रहेंगे। यह बात आप सब लोग समझ लें।

कुशवाहा समाज के विधायक, मंत्री, सांसद; सपोर्ट करना चाहिए

अशोकनगर के कुशवाहा समाज के कार्यक्रम में जो लोग गए थे, उनसे पूछ लेना। उस कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने मैंने मंच से कहा था कि महाराज भाजपा के लोग कुशवाहा समाज की बात नहीं सुनते। ये समाज की पीड़ा है। ये समाज BJP के नेताओं को कैसे वोट करेगा? यही बात मैंने समाज के बीच बैरसिया में कुशवाहा समाज की बड़ी मीटिंग में कही थी। वहां भाजपा के कई नेता थे। वहां भी यही कहा था कि कुशवाहा समाज बंधुआ मजदूर नहीं है। कुशवाहा समाज के विधायक हैं, सांसद हैं और मंत्री हैं तो कुशवाहा समाज का सपोर्ट करना चाहिए।
भोपाल में 31 जुलाई को कुशवाहा समाज का प्रांतीय सम्मेलन हुआ था। नारायण सिंह कुशवाहा इस बात से भी नाराज हैं कि सम्मेलन में BJP से जुड़े समाज के लोगों को ही बुलाया गया।
कांग्रेस में हमारे समाज के चार – पांच विधायक हैं, उन्हें बुलाना था। बसपा के नेता हैं, उन्हें बुलाओ। उन्होंने (31 जुलाई के कार्यक्रम के आयोजक) ने कहा कि नहीं ऐसा नहीं होगा तो मैंने कहा कि जैसे तुम्हें करना है करो। इसका परिणाम यह हुआ कि इस कार्यक्रम में मुझे नहीं बुलाया, लेकिन सारे पोस्टर में मेरा फोटो लगाया। लोगों में गलत बात फैलाई गई कि हम भी शामिल हैं, लेकिन हम चुप रहे। हम कहीं कुछ पोस्ट डालें या कुछ कहें तो यह कहेंगे कि हमारा प्रोग्राम बिगाड़ रहे हैं।

समाज के पार्षद की हत्या हुई, आरोपियों के मकान नहीं तोड़े गए

नारायण सिंह कुशवाह ने मप्र के उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह का नाम लिए बिना कहा कि अभी भी समय है, जो पार्टी हमारे समाज के व्यक्ति के दुख और सुख में शामिल रहती है, उन्हें पहचानो। कितनी घटनाएं घट गईं। अकेले 16-17 घटनाएं ग्वालियर में हो चुकी हैं। वर्तमान पार्षद शैलू कुशवाह की हत्या हो गई। लोगों के मकान टूट रहे हैं। शैलू की हत्या के अपराधियों के बाल बांका नहीं हो पाया। हम उस केस को निपटाने की बात करते हैं।
दो दिन बाद ग्वालियर में एक ठाकुर के बेटे का अपहरण कर हत्या हुई। मेरे क्षेत्र में वे दो लोग रहते हैं, जिनके मकान तोड़े गए, लेकिन दो दिन पहले शैलू कुशवाहा के हत्यारों के मकान नहीं तोड़े गए। इस समाज के मंत्री और नेता बहला-फुसलाकर इस मामले को निपटने का काम भी करते हैं। ऐसे सारे लोगों से जरा सचेत रहने की आवश्यकता है।

कुशवाह समाज के साथ लगातार घटनाएं हो रहीं

कुशवाहा समाज के साथ बीना, सागर रहली में घटनाएं हुईं। इतनी बड़ी-बड़ी घटनाएं हो रही हैं, लेकिन कहीं भी ऐसी कार्रवाई नहीं हो रही कि किसी को सख्त दंड मिले। यह इस समाज के संगठन और समाज के नेताओं की कमी है। आगे हम जो भोपाल में कार्यक्रम कर रहे हैं, कौन सा व्यक्ति, किस दल का है? ये मत देखो। अगर ताकत कुशवाहा समाज की भोपाल में इकट्‌ठी होगी तो सारे दलों में जो काम करने वाले लोग हैं, सबकी ताकत बढ़नी है।

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