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राजगढ़ में गैंगरेप का शिकार हुई पीड़िता के परिवार को पुलिस ने पहले नहीं दी सुरक्षा

पीड़ित परिवार ने कई बार पुलिस के सामने गुहार लगाई लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई करने में नाकाम रही

राजगढ़ – उन्होंने मेरे तन पर एक कपड़ा भी नहीं छाेड़ा। सारे कपड़े फाड़ दिए। वे 8 लोग थे। 3 बाहर खड़े रहे और 5 घर के भीतर घुस आए। घरवालों को पीटने के बाद मेरे कमरे में आए और मारपीट करने लगे। बुरी तरह पिटाई करने के बाद बारी-बारी से चार ने दुष्कर्म किया। मैं विरोध करती, छोड़ने के लिए गुहार लगाती तो बेल्ट से पीटने लगते। 5वां मेरी ओर बढ़ा…इसके बाद क्या हुआ…नहीं पता, क्योंकि मैं बेहोश हो गई थी। उनकी दरिंदगी के सबूत मेरी पीठ पर बरसाए गए बेल्ट के निशान देखकर आपको मिल जाएंगे।
रोंगटे खड़े कर देने वाली यह दास्तां 22 साल की गैंगरेप पीड़िता की है। राजगढ़ की रहने वाली पीड़िता फिलहाल जिला अस्पताल में भर्ती है। इस घटना को याद करते हुए वह डर के मारे चीखने लगती है।
मामला राजगढ़ जिले के करनवास थाना क्षेत्र का है। यहां एक गांव में बीती 4 मई को रात करीब 10 बजे 22 साल की अजा वर्ग की एक लड़की के साथ 5 लोगों ने दुष्कर्म किया। गांव के ही 8 दबंग जबरन घर में घुसे। गाली-गलौज करने के बाद परिवार के सभी लोगों को क्रेशर मशीन के बेल्ट से जमकर पीटा। पिता और ममेरे भाई की‎ पीठ पर इतने वार किए कि उनकी चमड़ी‎ उधड़ गई। उनके बेहोश होने के बाद इनमें से 5 पीड़िता के कमरे में घुस गए। उसने बहन और पुलिस को मदद के लिए कॉल लगाया तो आरोपियों ने मोबाइल छीनकर जमीन पर पटक दिया, जिससे वह टूट गया। पीड़िता कमरे की ओर भागी और गेट लगाने लगी, लेकिन आरोपी धक्का देकर अंदर घुस आए। उन्होंने लड़की को पकड़कर उसके कपड़े फाड़ दिए। उसके बाद पीड़िता से दरिंदगी की।
पीड़िता का कहना है कि इससे पहले 28 दिसंबर 2022 को भी हमारा विवाद हुआ था। हम थाने पहुंचे तो हमारी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। आवेदन लेकर घर भेज दिया गया। हमें कहा गया कि तुम लोग झूठ बोल रहे हो। हमने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की। इसके बाद ही हमारी रिपोर्ट दर्ज की गई। 15 दिन पहले पटवारी का एग्जाम था। मैं पेपर देने भोपाल चली गई थी। पिता को अकेला पाकर अरविंद गुर्जर ने उनके साथ मारपीट की। ऐसा पहले भी दो बार हो चुका था। मेरा बी.कॉम कम्प्लीट हो चुका है। मैं एम.कॉम की तैयारी कर रही थी। इन लोगों ने हमारा जीना हराम कर दिया है। मैं जहां भी जाती हूं, मेरा पीछा करते हैं। गंदे-गंदे कमेंट करते हैं। इनकी हरकतों के कारण परेशान होकर मैंने अपनी पढ़ाई बीच में ही रोक दी थी।

पिता ने कहा- हमने कई शिकायतें कीं, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की

पीड़िता के पिता भी जिला अस्पताल में ही भर्ती हैं। उन्होंने बताया- जमीन के विवाद में आरोपी राजीनामा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। 4 मई को अरविंद और दीपक ने अपने परिचितों के साथ मिलकर मुझे बेल्ट से खूब पीटा। मेरी बेटी की पिटाई करने के बाद उसके सारे कपड़े फाड़ दिए। मैं गिड़गिड़ाता रहा। उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी। मेरी गर्दन दबा दी। उन्होंने हमें बेहोशी की हालत तक पीटा। जमीन विवाद के चलते पहले भी उन्होंने 3-4 बार मारपीट की थी। मेरा एक हाथ तोड़ दिया था। पुलिस हमारी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। मैं जहां जाता हूं, भगा दिया जाता है।

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