गोरखा सैनिकों पर 1947 का समझौता अब पुराना और बेकार हुआ : नेपाल के विदेश मंत्री Nation by mpeditor - August 1, 2020August 1, 20200 नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा- हमारे प्रधानमंत्री ने ब्रिटेन के सामने भी भारतीय सेना में गोरखा सैनिकों की भर्ती का मुद्दा उठाया थानेपाल का दावा- समझौते के मुताबिक, गोरखा सैनिकों के भत्ते, वेतन पेंशन और दूसरी सुविधाएं ब्रिटेन और भारतीय सेना के समान होंगी नेपाल ने अब भारत के सामने गोरखा सैनिकों का मामला उठा दिया है। इस बार उसने ब्रिटेन को भी घेरे में लिया है। नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने कहा- गोरखा सैनिकों को लेकर हुआ समझौता अब काफी पुराना और बेकार हो गया है। नेपाल इसकी समीक्षा करेगा। भारत और ब्रिटेन को भी इस मामले में हमसे चर्चा करनी चाहिए, क्योंकि 1947 में यह समझौता इन्हीं तीन देशों के बीच हुआ था। काठमांडू में एक कार्यक्रम के दौरान ग्यावली ने कहा, “भारतीय सेना में गोरखाओं की भर्ती गुजरे जमाने और विरासत की बात है। इसके कई पहलू हैं। इसने नेपाल के युवाओं के लिए विदेश जाने का रास्ता खोला। उस वक्त इससे रोजगार मिलता था। मौजूदा वक्त में इसके कई प्रावधानों पर सवाल उठ रहेे हैं। ऐसे में हमें विवादास्पद पहलुओं पर चर्चा करनी चाहिए। नेपाल के प्रधानमंत्री ने ब्रिटेन के सामने उठाया था मुद्दा ग्यावली ने कहा- हमारे प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने ब्रिटेन के सामने भी यह मुद्दा उठाया था। पिछले साल ब्रिटेन दौरे पर उन्होंने वहां की उस वक्त की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से इस पर बात की थी। उन्होंने गोरखा सैनिक समझौता समेत भारत और ब्रिटेन के दूसरे समझौतों पर चर्चा की थी।