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नगर निगम की योजना होनी थी शुरू

700 कॉलोनी में पर्सनल नल कनेक्शन का वादा अधूरा

भोपाल – भोपाल नगर निगम की योजना थी कि प्राइवेट कॉलोनियों में बल्क कनेक्शन के स्थान पर व्यक्तिगत नल कनेक्शन की सुविधा देगा, लेकिन अब तक इस दिशा में निगम ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। नतीजा यह कि शहर की 700 प्राइवेट कॉलोनियों के रहवासियों को महंगी दर पर पानी खरीदना पड़ रहा है।
दरअसल, इस प्रोजेक्ट पर आने वाला खर्च करीब 600 करोड़ रुपए है। लेकिन खस्ता माली हालत के चलते इतने बड़े खर्च के बारे में निगम प्रशासन अभी सोच भी नहीं रहा है। नगर निगम प्राइवेट कॉलोनियों में व्यक्तिगत नल कनेक्शन देता है तो इसके संचालन की जिम्मेदारी निगम के ऊपर आएगी। ऐसे में छोटी-बड़ी 700 निजी कॉलोनियों के ओवरहेड और संपवेल टैंक के ऑपरेशन का जिम्मा भी उसके ऊपर आएगा। तब इनके वॉल्व को ऑपरेट करने निगम को करीब 1400 कर्मचारी तैनात करने होंगे। इन कॉलोनियों के बिजली बिल भरने के लिए भी निगम को अतिरिक्त भुगतान करना पड़ेगा।
वर्तमान में नगर निगम इन कॉलोनियों से 16 रुपए प्रति हजार लीटर (बल्क कनेक्शन की दर) के हिसाब से पैसा लेता है। ऐसे में निजी कॉलोनियों में एक घर से 400-500 रुपए नगर निगम के पास पहुंचता है। बिल सोसायटी के नाम से एकमुश्त जारी होता है तो वसूली भी आसान है। जबकि, व्यक्तिगत नल कनेक्शन पर नगर निगम 210 रुपए प्रतिमाह लेता है। हर रोज औसतन 1000 लीटर पानी दिया जाता है। यानी 30 हजार लीटर पानी के लिए 210 रुपए। यानी 7 रुपए प्रति हजार लीटर की दर से पानी मिलेगा। नगर निगम के लिए जलकर की वसूली भी आसान नहीं होगी।
अभी जितने नल कनेक्शन और जितनी पाइप लाइन है, उनमें ही लीकेज समेत अन्य कारणों से हर महीने 250 से 300 शिकायतें आती हैं। निजी कॉलोनियों की लाइनों का जिम्मा भी निगम के पास आता है तो हर महीने शिकायतों की संख्या 500 के भी पार पहुंच जाएगी। समय पर इनका निराकरण करना निगम के लिए बड़ी चुनौती होगा।
निजी कॉलोनियों को बल्क कनेक्शन के स्थान पर व्यक्तिगत कनेक्शन देने के वादे को पूरा करने के लिए पार्षदों और निगम के अधिकारियों की एक कमेटी भी बनाई गई। लेकिन, अब तक कमेटी की बैठक तक नहीं हुई है।

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