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मंत्रालय में 31 घंटे बाद भी बंद अलमारियों में धधकती रहीं फाइलें

10 साल के दस्तावेज जले

भोपाल – मंत्रालय यानी वल्लभ भवन में शनिवार सुबह 9 बजे लगी आग 31 घंटे बाद भी धधकती रही। रविवार को भी निगम अमला आग को पूरी तरह बुझाने के काम में जुटा रहा। रविवार शाम 4 बजे जब निगम के फायरकर्मी अलमारियां तोड़ रहे थे तो भी उनमें जलती हुई फाइलें मिल रही थीं।
इस बीच मामले की जांच के लिए एसीएस मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति मौके पर पहुंची। शुरुआती पड़ताल में बिजली के तार से शाॅर्ट सर्किट का अंदेशा है। टीम तीन दिन में आरंभिक रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगी, जबकि विस्तृत जांच जारी रहेगी।
इस बीच पता चला है कि पुराने सीएम सचिवालय में रखा रिकॉर्ड खाक हो चुका है। इसमें ज्यादातर फाइलें सीएम के स्वेच्छानुदान से जुड़ी हैं। साथ ही अन्य रिकॉर्ड भी हैं जो दस साल से रखे हुए ​थे। इनकी संख्या 8 से 10 हजार के करीब है। सरकार का दावा है कि एनआईसी के पोर्टल पर चीजें सुरक्षित हैं। इसके अलावा मुख्य फाइल सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) के पास रखी है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि जीएडी की मुख्य फाइलें भी यहीं रखी थीं। बताया जा रहा है कि जिन लोगों (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नारायण सिंह पंवार, राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी, राधा सिंह और दिलीप अहिरवार) के कक्ष आग की चपेट में आए हैं, उन्हें रविवार को नए कक्ष आवंटित कर दिए गए।

जांच टीम ने कर्मचारियों से की पूछताछ

एसीएस की अध्यक्षता में बनी 7 सदस्यीय जांच टीम ने घटनास्थल के वक्त वहां मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की। इसमें सामने आया कि बिजली के तारों में स्पार्किंग से पहले तीसरी मंजिल में आग लगी। इसके बाद चौथी और फिर पांचवीं मंजिल तक पहुंची। दावा किया गया है कि तीसरी-चौथी पर सिर्फ फर्नीचर जला है, रिकॉर्ड सुरक्षित है। पूरा नुकसान पांचवीं मंजिल पर हुआ है। यहां पांच मंत्रियों के कक्ष के अलावा बीच वाली लॉबी में सीएम के एडिशनल सेक्रेटरी लक्ष्मण सिंह मरकाम, कमल सोलंकी के साथ सीएम प्रोग्राम सेक्शन के संदीप अष्टाना का दफ्तर पूरी तरह जल गया है।

अज्ञात पर आगजनी का केस

सतपुड़ा में जब आग लगी थी तो एफएसएल के एक्सपर्ट की टीम ने बिल्डिंग की निरीक्षण किया था। लेकिन, मंत्रालय में आग का सच जानने के लिए फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की एक्सपर्ट टीम ने अब तक घटनास्थल का निरीक्षण नहीं किया है। इस बीच अरेरा हिल्स थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आगजनी का मामला दर्ज किया है।

तो और भयानक होती आग… पिछले दिनों हटाया था करीब 15 ट्रक कचरा

सामान्य प्रशासन विभाग के पीएस मनीष रस्तोगी ने 15 दिन पहले मंत्रायल में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने और परिसर से कचरा व मलबा हटाने की हिदायत दी थी। इसके बाद पिछले दिनों करीब 15 ट्रक कचरा हटाया गया। बताया जा रहा है कि यदि ये कचरा भी मौजूद होता तो आग और भयानक रूप ले सकती थी। सोमवार को मंत्रालय में रोज की तरह कामकाज शुरू होगा। हालांकि आग के बाद मंत्रालय के कुछ हिस्सों को आवाजाही के लिए प्रतिबंधित किया गया है। अधिकारी-कर्मचारी गेट नंबर 1 के रैंप से आना-जाना नहीं कर सकेंगे। ये गेट नंबर 3 के पोर्च वाले हिस्से और एनेक्सी से ही एंट्री कर सकेंगे। पांचवी मंजिल पर कोई नहीं जा सकेगा।

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