You are here
Home > Uncategorized > सागर में कुलपति की कार के आगे लेटे छात्र

सागर में कुलपति की कार के आगे लेटे छात्र


पुलिस के साथ हुई झूमाझटकी, कुलपति की गाड़ी पर पत्थर फेंके, यूनिवर्सिटी मार्ग पर किया चक्काज

सागर – सागर की डॉ. हरि सिंह गौर सेंट्रल यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ने जमकर हंगामा किया। नाराज स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। रात करीब 10 बजे चक्काजाम खोला। जिसके बाद छात्र सिविल लाइन थाने पहुंच गए। जहां उन्होंने पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दरअसल, अपनी विभिन्न मांगों को लेकर स्टूडेंट्स शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे से प्रदर्शन कर रहे थे। वे कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता से मिलना चाहते थे। शाम को करीब 7 बजे कुलपति प्रदर्शनकारियों से मिली, लेकिन उनकी बात से स्टूडेंट्स संतुष्ट नहीं हुए। वे कुलपति की गाड़ी के आगे लेट गए। जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें हटाया।
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर झूमाझटकी और धक्कामुक्की हुई। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने कुलपति की गाड़ी और पुलिस पर पत्थर भी फेंके। हालांकि पुलिस ने मोर्चा संभाला और मामला शांत कराया। डॉ. गौर विश्वविद्यालय के पीआरओ विवेक जायसवाल ने बताया कि मैडम ने छात्रों से बात की। बात करने के बाद निकल रही थीं। इसके बाद विद्यार्थियों ने मैडम की गाड़ी पर पत्थरबाजी की। वाहन क्षतिग्रस्त हुआ है और कई लोगों को चोट आई हैं।

कुलपति को ऑडिटोरियम में बंद किया

इससे पहले दोपहर में छात्रों ने कुलपति और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अध्यक्ष समेत कई अधिकारियों को ऑडिटोरियम में बंद कर दिया और गेट के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्टूडेंट्स की मांग है कि दिव्यांग छात्रों के लिए ब्रेल बुक्स, प्रिंटर, परीक्षा शुल्क में रियायत समेत अन्य सुविधाएं दी जाए। इन मांगों को लेकर वे कुलपति से मिलने की जिद पर अड़े थे। कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता यूनिवर्सिटी परिसर में स्थित अभिमंच सभागार में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल होने पहुंची थीं। इसमें नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अध्यक्ष प्रो. प्रदीप कुमार जोशी, महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, छतरपुर की कुलगुरु प्रो. शुभा तिवारी, सत्यवती कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. प्रभात मित्तल और जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के प्रो. उमेश होलानी भी मौजूद थे।

रात भर दिया धरना, अधिकारी मिलने नहीं पहुंचे

प्रदर्शनकारी छात्र गुरुवार को भी यूनिवर्सिटी में ही रातभर धरने पर बैठे रहे थे। कोई अधिकारी उनसे मिलने नहीं पहुंचा। शुक्रवार सुबह 10 बजे जैसे ही उन्हें कुलपति के ऑडिटोरियम में मौजूद होने की जानकारी मिली, वे वहां पहुंच गए। यहां उन्होंने सभी गेट बाहर से बंद कर दिए।

Top