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आंकड़ों की बाजीगरी से लाड़ली बहनाओं को 450 रू. के गैस सिलेण्डर देने में छल कर रही है शिवराज सरकार !

आधी अधूरी योजनाओं के बीच पात्र बहनों के नामों की सूची सार्वजनिक करे शिवराज सरकार ?

भोपाल – मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने आज पत्रकार वार्ता के माध्यम से कहा कि प्रदेश की लाड़ली बहनाओं को 450 रू. के गैस सिलेण्डर दिये जाने को लेकर शिवराज सरकार छल कर रही है। यह योजना भी अन्य योजनाओं की तरह आंकड़ों की बाजीगरी में तब्दील होकर सिर्फ झूठ और फरेब का प्रचार-प्रसार कर रही है। यदि बहनों के प्रति मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान में जरा भी सदाशयता होती तो इस तरह की छद्म परोसने वाली सभी योजनाएं उन्होंने वर्ष 2020 में खरीदी हुई सरकार के मुखिया बनने के साथ ही प्रारंभ क्यों नहीं की थी?
श्री मिश्रा ने कहा कि शिवराज सरकार ने मोदी सरकार की योजना पर ही रोक लगा दी है, जिसके तहत जिस वक्त मुख्यमंत्री ने मप्र में लाड़ली बहनों को 450 रू. में गैस का सिलेण्डर दिये जाने की घोषणा की उसके बाद ही केंद्र में काबिज मोदी सरकार ने गैस सिलेण्डर पर 200 रूपये घटा दिये। इस लिहाज से डबल इंजन की सरकार का फायदा देते हुये शिवराज सरकार को लाड़ली बहनों को गैस का सिलेण्डर 250 रू. में देना चाहिए, किंतु ऐसा हुआ क्या? यह लाड़ली बहनों के प्रति शिवराजसिंह का स्नेह है, या सिर्फ वोटो की राजनीति, क्या यही है डबल इंजन की सरकार?
श्री मिश्रा ने दावा किया कि हमारी जानकारी में अभी तक ऐसी एक भी लाड़ली बहना सामने नहीं आयी है, जिसे 450 या 250 रू. की रसीद के आधार पर किसी भी गैस एजेंसी ने गैस सिलेण्डर दिया हो। ऐसी झूठी और खोखली घोषणा का क्या औचित्य है, यह एक महज चुनावी जुमला है। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी में की गई इस आधी-अधूरी घोषणा के कारण लाड़ली बहनें परेशान है। क्योंकि 70 फीसदी गैस के कनेक्शन लाड़ली बहनांे के नाम पर है ही नहीं। कुछेक स्थानों के आंकडे़ तो चौकाने वाले हैं! मुरैना में लाड़ली बहनों की संख्या 3.41 लाख है, जबकि 450 रू. का सिलेण्डर लेने के लिए आवेदन सिर्फ 957 ही आये हैं। क्योंकि ज्यादातर गैस कनेक्शन उनके पति के नाम पर है। इसी प्रकार भिण्ड जिले में 2.69 लाख से अधिक लाड़ली बहना हैं, जबकि पंजीयन सिर्फ 300 बहनें ही करा पायी हैं। इसी प्रकार छतरपुर जिले में भी 3.36 लाड़ली बहनेे हैं, जबकि 1.22 लाख के नाम गैस का कनेक्शन ही नहीं है। यह तो सिर्फ बानगी है। ऐसी स्थिति में सरकार झूठे आंकड़े परोसकर सिर्फ राजनैतिक इवेंट कर चुनावी लाभ लेने की कोशिश कर रही है!
श्री मिश्रा ने कहा कि अतंराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमत लगभग 500 रू. प्रति सिलेण्डर होने के बाद भी पिछले पांच वर्षों तक मोदी सरकार ने 1150 रू. में लाड़ली बहनों को सिलेण्डर देकर जो मुनाफा कमाया है, क्या वह राशि उन्हें वापस होगी?
श्री मिश्रा ने आरोप लगाया कि नये कनेक्शन लेने के लिए भी रिश्वत ली जा रही है, 5900 रू. का कनेक्शन 7000 रू. में द्वारा दिया जा रहा है। जबकि भाजपा जिस राहत राशि को अकाउंट में डालने की बात कर रही है, उसे ब्लैक में पहले ही लाड़ली बहना के नाम पर वसूला जा रहा है। क्या यह वसूली सरकार के निर्देश पर हो रही है? उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी कई विसंगतियां सामने आ रही है, जैसे लाड़लियों के सास के नाम पर कनेक्शन है तो ऐसे में लाड़ली बहना को 450 रू. में गैस सिलेण्डर कैसे मिलेगा? इतना ही नहीं 01 सितम्बर, 2023 के बाद जो बहनें नया कनेक्शन ले रही है, उन्हें इस योजना से वंचित क्यों किया गया? क्या यह चुनावी स्टंट नहीं है?
श्री मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव प्रभावित करने के उद्देश्य से प्रदेश की लाड़ली बहनों को तरह-तरह के शब्जबाग दिखा रहे हैं और यही कारण है कि उन्हें चुनाव के समय ही लाड़ली बहनों की याद आ गई है।

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