You are here
Home > Uncategorized > प्रियंका बोलीं- धर्म पर वोट देकर आपने आदत बिगाड़ी:नेता बहुत चालाक होता है, काम की बात न करो तो आलसी बन जाता है

प्रियंका बोलीं- धर्म पर वोट देकर आपने आदत बिगाड़ी:नेता बहुत चालाक होता है, काम की बात न करो तो आलसी बन जाता है

राजनीति में अगर आपके जज्बात का इस्तेमाल हो रहा है तो आपको सावधान होना पड़ेगा

चित्तौड़गढ़/डूंगरपुर – कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज आदिवासी बहुल इलाके सागवाड़ा (डूंगरपुर) और चित्तौड़गढ़ में जनसभा को संबोधित किया। प्रियंका ने कहा- भाजपा धर्म के आधार पर राजनीति कर रही है। यह ऐसी राजनीति है जो आपका ध्यान भटकाना चाहती है। सब जानते हैं धर्म की बात करेंगे तो आपके जज्बात उभरेंगे। सोचो वह इंसान धर्म की बात चुनाव के समय क्यों कर रहा है? नेता चालाक होता है। किसी भी नेता को इतनी छूट दे दो कि वो आलसी बन जाए। उसकी जवाबदेही हटा दो। उसको पता चल जाए कि मैं इधर-उधर की बातें कर लूंगा, धर्म-जाति की बात कर लूंगा। ध्यान भटका दूंगा तो मुझे वोट मिल जाएगा। तो काम क्यों करेगा? आपने आदत जो बिगाड़ दी है। इस बार मत बिगाड़ना। आप धर्म की बात पर ध्यान मत देना।
प्रियंका ने कहा- मोदी जी इतने दौरे कर रहे हैं। इतने भाषण दे रहे हैं। कहां-कहां की बातें कर रहे हैं। विकास की तो नहीं करते। वो कभी लाल, कभी पीली, कभी नीली डायरी की बात करते हैं। कहते हैं कि ऐसी डायरी मिल गई। क्या खोज रहे थे वो? मुझे तो लगता है कि पूरे प्रदेश में वो अपने सीएम का चेहरा ढूंढ रहे हैं, वो ही नहीं मिल रहा है। आपने मोदीजी की वो फोटो देखी है, जिसमें वो जीप में टोपी लगाकर दूरबीन से देख रहे हैं। यहीं आपके राजस्थान के जंगलों में। कुछ ढूंढ रहे हैं। शायद मोर ढूंढ रहे हैं। उन्हें दूरबीन भेज देते हैं। अपने सीएम का चेहरा भी ढूंढ लें। क्या पता मिल जाए।
जितने भी उनके बड़े-बड़े नेता थे, सबको परे कर दिया। राजस्थान आकर अपने नाम पर वोट मांग रहे हैं। ये नौबत हो चुकी है। अपने नाम पर वोट ऐसे मांग रहे हैं, जैसे प्रधानमंत्री पद छोड़कर यहां आकर सीएम बनेंगे।

प्रियंका की सभा की बड़ी बातें…

  1. गायत्री मंत्र मुझे दादी ने सिखाया

गायत्री मंत्र मुझे मेरी दादी ने सिखाया। मैंने अपने दोनों बच्चों को सिखाया। सिखाते समय यह बताया कि गायत्री माता हमारी संस्कृति की रक्षा करती हैं। हमारी दादी कहती थीं कि इस देश की संस्कृति यही है कि सब धर्मों का आदर करना चाहिए। समय आ गया है, यह पूछने का कि आगे कैसे बढ़ना है। हिंदुस्तान में सब धार्मिक हैं। कभी लगता है कि जो धर्म की बात कर रहे हैं, उसे वोट दे देते हैं। राजनीति में अगर आपके जज्बात का इस्तेमाल हो रहा है तो आपको सावधान होना पड़ेगा। आपको सोचना पड़ेगा कि जो हमें धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो काम करेंगे या नहीं।

  1. इंदिरा जी के मन में था देश की सेवा करनी है

पूरा देश चालीस साल बाद भी इंदिरा गांधी क्यों याद करता है? क्योंकि हिंदू-मुस्लिम, आदिवासी-दलित यह समझ गए कि इंदिरा जी के दिल में उनके लिए जगह थी। उनके मन में यह था कि देश की सेवा करनी है। विशेषकर आदिवासियों के लिए इंदिरा जी के मन में विशेष स्थान था। वे कहती थीं कि आपकी सभी चीजों की सुरक्षा हो। इसलिए आपको पट्टे मिलने चाहिए और ये सब केवल कांग्रेस कर सकती है। गोबर खरीदने जैसी योजनाओं से आप लोगों को काफी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी योजना लाती है जिससे सभी को फायदा हो।

  1. भाजपा केवल घोषणा करती है

जो जनता का है उसे मिलना ही चाहिए। हमारी राजनीति की नींव ही यही है। जब-जब चुनाव आता है धर्म की बात होती हैं, घोषणाएं होती हैं, लेकिन भाजपा उसे बाद में पूछती नहीं है। मध्य प्रदेश में तो भाजपा सरकार ने बड़ी संख्या में स्कूल ही बंद कर दिए हैं। जबकि राजस्थान सरकार ने गांव-गांव में अंग्रेजी मीडियम के स्कूल खोले हैं, एकलव्य मॉडल स्कूल बने हैं, 2500 महात्मा गांधी स्कूल बने हैं, यहां भी 5 साल में आठ कॉलेज खोले गए हैं। मध्य प्रदेश की सरकार ने पिछले साढ़े तीन साल में केवल 21 रोजगार दिए हैं। वहीं, कांग्रेस की सरकारें अच्छा काम कर रही हैं। पूरे देश में महंगाई हो रही है। अगर राजस्थान सरकार ने महंगाई के राहत कैंप नहीं लगाए होते तो आप इसका कैसे सामना करते।

  1. बड़े उद्योगपतियों के लिए चल रहीं भाजपा सरकारें

सभी उद्योगों को कमजोर करके इन्होंने अपने दोस्तों को सौंप दिए हैं। आज स्थिति ये है कि युवा रोजगार के लिए भटक रहा है। ये केवल उद्योगपतियों के लिए काम कर रहे हैं। सभी पीएसयू को कमजोर कर दिया है। जहां से रोजगार मिल सकता था उन्हें कमजोर कर दिया है। वहीं, कांग्रेस की सरकारें ग्रामीण रोजगार को डेवलप कर रही हैं। ग्राम स्वराज के लिए काम कर रही हैं। हम चाहते हैं कि आपको गांवों में ही रोजगार मिले। कांग्रेस ने बांसवाड़ा को संभाग बनाया। बेणेश्वर धाम में भी करोड़ों का काम कराया।

  1. प्रधानमंत्री किसानों से बात करने नहीं गए

केंद्र सरकार के एक मंत्री के बेटे ने छह किसानों को गाड़ी के नीचे पीस दिया, लेकिन प्रधानमंत्री एक बार भी घर से नहीं निकले। किसान आंदोलन कर रहे थे, लेकिन उन्होंने उनसे बात नहीं की। जब चुनाव आया तो उन्होंने कानून वापस ले लिया, सिर्फ चुनाव के लिए। यहां किसानों के लिए काम हो रहा है। किसानों का 14 हजार करोड़ का कर्ज राजस्थान में माफ किया गया। ये जो सारे अच्छे काम भाजपा बंद कर देगी। न आपको ओपीएस मिलेगा, न बिजली के बिल माफ होंगे, न स्वास्थ्य की सुविधा मिलेगी। आपको पहचानना पड़ेगा कि आपकी भलाई के लिए कौन काम कर सकता है।

देश का किसान एक दिन में 27 रुपए कमाता है जबकि अडानी जी एक दिन में 16 हजार करोड़ रुपए कमाते हैं। मोदी जी इन बड़े-बड़े उद्योगपतियों की मदद करते हैं, लेकिन आप पर संकट आता तो वे मुंह फेर लेते हैं। अब आपको तय करना है। इसलिए अपनी समझदारी से वोट दीजिए।

  1. मोदी जी को अपने नेताओं पर ही विश्वास नहीं है
    प्रदेश के कोने-कोने में मोदी जी घूम रहे हैं। ऐसा लग रहा है अपना सीएम ढूंढने निकले हैं। मोदी जी को अपने नेताओं पर ही विश्वास नहीं हैं तभी तो अपने नाम पर वोट मांग रहे हैं। भाजपा राजस्थान में बिखरी हुई पार्टी है। उनसे पूछें कि आपका सीएम फेस कौन है उसका जवाब ही उनके पास नहीं है। जब इनके पास कोई स्थानीय नेता ही नहीं है तो इनकी सरकार चलाएगा कौन। अब मोदी जी तो दिल्ली से आएंगे नहीं आपका प्रदेश चलाने के लिए।
  2. इस बार परंपरा को पलटो

ये जो आपकी परंपरा है ना राजस्थान में एक बार ये सरकार, एक बार वो सरकार। एक तरह से ठीक है, समझ में आती है परंपरा, लेकिन इस बार परंपरा को पलटो। नहीं तो मध्यप्रदेश में जो 18 साल से चल रहा है, वो यहां हो जाएगा। भाजपा के प्रदेशों में सिलेंडर का दाम कब होता है कम, जब चुनाव आता है। जहां इनकी सरकार है, वहां सबसे ज्यादा महंगाई है। यहां आपको प्रदेश की सरकार ने केंद्र की नीतियों से बचाकर रखा है। आपको स्वास्थ्य बीमा मिलता है।

  1. विकास से ध्यान नहीं हटना चाहिए

आप किस तरह की राजनीति चाहते हैं अपने प्रदेश में। विकास की चाहते हैं। अपना ध्यान अर्जुन की तरह केंद्रित करिए। आपका ध्यान अपने विकास, अपने भविष्य, अपने बच्चों के भविष्य, रोजगार से नहीं हटना चाहिए। अपने लिए अपना अधिकार मांगो।

  1. वोट नहीं, जागरूकता मांगने आई हूं

मैं वोट नहीं मांगने आई हूं, मैं आपकी जागरूकता मांगने आई हूं। अपने अधिकारों को समझो। जब नेता खड़े होकर कहता है कि मैंने दिया तो उसको समझाओ तुमने कुछ नहीं दिया। जनता ने तुम्हें दिया है। उसको जवाबदेह बनाओ। ये धर्म-जाति की बातें बहुत अच्छी बातें हैं, लेकिन जब वोट की बात है। अपने काम की बातें सुनो, अपने काम की बातें मांगो।

Top