You are here
Home > Uncategorized > भाजपा के पूर्व मंत्री हरेंद्रजीत सिंह बब्बू और कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की तस्वीर चर्चा में

भाजपा के पूर्व मंत्री हरेंद्रजीत सिंह बब्बू और कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की तस्वीर चर्चा में

जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट की प्रतीक्षा कक्ष में की मुलाकात

जबलपुर – राजनीतिक गलियारों में एक तस्वीर इन दिनों खूब चर्चा में है। यह तस्वीर है भाजपा के पूर्व मंत्री हरेंद्रजीत सिंह बब्बू और कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की। ये तस्वीर जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट की प्रतीक्षा कक्ष की है। राजनीति से जुड़े लोग इस मुलाकात के अलग-अलग अर्थ निकाल रहे हैं, लेकिन न तो बब्बू इस मुलाकात को राजनीति से जोड़ रहे हैं और न ही कांग्रेस के नेता। इस तस्वीर के आने के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है लेकिन इस तस्वीर जारी होने के मामले में पूर्व मंत्री हरेंद्रजीत सिंह बब्बू ने भाजपा पर ही बदनाम करने का आरोप लगा दिया है।

बब्बू ने कहा संयोगवश हुई मुलाकात

बब्बू का कहना है कि 1984 के दंगे में कौन लोग शामिल थे यह सबको पता है। मेरे पिता की उस समय हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भी लोग मेरी कांग्रेस से नजदीकियों का शाेर मचा रहे हैं। मेरी पूर्व मुख्यमंत्री से मुलाकात संयोगवश हुई। हरेंद्रजीत सिंह बब्बू ने नईदुनिया से बताया कि तीन दिन पहले उनके घर पर स्वामी अनिरूद्धाचार्य आए थे। उनको दिल्ली जाना था। उन्हें विदा करने के लिए मैं अपने परिवार के साथ एयरपोर्ट गया था। संयोग से इस दौरान दिग्विजय सिंह भी वहां अपनी फ्लाइट की प्रतीक्षा कर रहे थे। मैं उनके समय में विधायक रहा। वो जबलपुर कि प्रभारी मंत्री रहे, लिहाजा उनको वहां देख कर उनसे सौजन्य भेंट करने लगा। तीन-चार दिन पुरानी इस घटना को अब लोग राजनीतिक रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के ही तीन-चार नेता उनके खिलाफ षड़यंत्र कर बदनाम कर रहे हैं। इस बारे में उन्होंने केंद्रीय स्तर पर शिकायत भी कर दी है।

बब्बू ने कहा कि मेरा परिवार 1977 में मीसा बंदी रहा। 84 के दंगों में मैनें अपने पिता को खोया। ऐसे में मेरा कांग्रेस में जाना संभव ही नहीं है। संयोगवश हुई मुलाकात पर राजनीति करने वाले पार्टी को ही नुकसान पहुंचा रहे हैं।

मेरे सामने साथ बैठे थे- विधायक सक्सेना

जबलपुर से उत्तर मध्य विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने बताया कि इस मुलाकात के वक्त वे भी विमानतल पर मौजूद रहे, लेकिन इस दौरान सामान्य चर्चा ही हुई। किसी प्रकार की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। हरेंद्रजीत सिंह किन्हीं स्वामीजी को छोड़ने के लिए एयरपोर्ट पहुुंचे थे।

Top