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भाजपा राज में आदिवासियों पर अत्याचारों का गढ़ बना मध्य प्रदेश: विक्रांत भूरिया

आदिवासी अत्याचारों पर पर्दा डालने में लगी भाजपा सरकार: रामू टेकाम

बैतूल – आज मध्यप्रदेश में जगह-जगह आदिवासी वर्ग पर अत्याचार किए जा रहे हैं, जिसके कारण भाजपा सरकार में आदिवासी वर्ग में असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है। प्रदेश की सरकार आदिवासी वर्ग को सुरक्षा देने में पूरी तरह से फेल साबित हो रही है यह आरोप मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी विधानसभा में आदिवासी स्वाभिमान यात्रा के कार्यक्रम में स्थानीय राठौर मैरिज लॉन में आयोजित जनसभा में कहीं।
श्री भूरिया ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश के सीधी जिले में हमारे आदिवासी भाई के ऊपर पेशाब करने वाला भाजपा का नेता था, नेमावर में हमारे आदिवासी समाज के एक ही घर के 5 लोगों की हत्या करने वाले भी भाजपा से जुड़े थे, नीमच में हमारे आदिवासी भाई को गाड़ी में बांधकर घसीटने वाले उसके हत्यारे भी भाजपा से जुड़े थे, गुना के आदिवासी भाई को प्रताड़ित करने वाले भी भाजपा से जुड़े थे, सिवनी जिले में दो आदिवासी भाइयों को गौ मांस ले जाने के शक में उनकी पत्नी के सामने पीट-पीटकर मार डालने वाले भी बजरंग दल और भाजपा के कार्यकर्ता थे। इस घटना के बाद जब तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने सच का साथ दिया और भाजपा बजरंग दल से जुड़े लोगों पर एफआईआर दर्ज की तो भाजपा की सरकार ने उसका तबादला कर दिया। प्रदेश में हुई इन सब घटनाओं से स्पष्ट है कि भाजपा सरकार आदिवासी विरोधी है। भाजपा के नेता आदिवासियों के भक्षक बन गए हैं। इन सबके बाद मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार विज्ञापनों में और प्रदेश के मुख्यमंत्री भाषणों में बड़े-बड़े दावे करते हैं।
श्री भूरिया ने कहा कि भाजपा सरकार के सारे विज्ञापन झूठे हैं और मुख्यमंत्री के सारे दावे खोखले हैं। भाजपा सरकार में मध्यप्रदेश में अराजकता का वातावरण है। आदिवासी स्वाभिमान यात्रा मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमलनाथ के निर्देश पर आदिवासियों को जगाने के लिए निकाली जा रही है, यह यात्रा आदिवासियों के जख्मों पर मरहम लगाने का भी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आदिवासी समुदाय के साथ ही हर पीड़ित, शोषित के साथ पूरी ताकत से खड़ी है और खड़ी रहेगी।
मध्यप्रदेश आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम ने कहा कि देश के मणिपुर राज्य में आदिवासी महिलाओं के साथ किया गया अमानवीय व्यवहार सभी ने देखा है, किस तरह से आदिवासी मां बहनों को नग्न करके घुमाया गया, उनके साथ गैंगरेप किया गया, उनके परिवार जनों की हत्या की गई, घटना के ढाई महीने बाद तक भाजपा सरकार की पुलिस ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की और जब घटना का वीडियो वायरल हुआ तब जाकर उस घटना पर एफआईआर दर्ज की गई ।
श्री टेकाम ने आगे कहा कि देश में एक तरफ मणिपुर जल रहा था, अराजकता फैली हुई थी, दूसरी तरफ हमारे देश के प्रधानमंत्री कर्नाटक में चुनाव प्रचार में लगे थे, विदेश दौरे कर रहे थे, ट्रेनों को हरी झंडी दिखा रहे थे और आज भी देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, चुनावी राज्यों में चुनावी रणनीति बनाने में लगे हैं । श्री टेकाम ने कहा कि देश देख रहा है, देश और आदिवासी समाज जाग रहा है, और हमारी आदिवासी स्वाभिमान यात्रा का उद्देश्य भी आदिवासी समाज और देशवासियों को जगाना है, जागरूक करना है।
छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम सिंह आहके ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आदिवासी वर्ग के साथ हो रहे जघन्य अपराधों पर भाजपा की सरकार पर्दा डालना चाहती है, छुपाना चाहती है और कहीं ना कहीं भाजपा सरकार का संरक्षण अपराधियों को है। कितने शर्म की बात है मणिपुर की घटना के 78 दिन बाद राज्य सरकार एक आरोपी को पकड़ पाती है। देश के प्रधानमंत्री मणिपुर में फैली अराजकता के 78 दिन तक हालातों को अनदेखा करते हैं। जबकि मणिपुर की राज्यपाल हमारी आदिवासी बहन अनुसुइया उइके ने मीडिया में सार्वजनिक रूप से बताया है कि उन्होंने केंद्र सरकार को मणिपुर के हालातों के बारे में अवगत कराया था और कहा था कि मणिपुर जैसी दर्दनाक हिंसा अपने जीवन में कभी नहीं देखी है, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मणिपुर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। आज भी केंद्र सरकार द्वारा मणिपुर की उपेक्षा एवं अनदेखी की जा रही है जिससे लोग दुखी हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री मुलताई विधायक सुखदेव पांसे ने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस पार्टी ने ही आदिवासी समाज के हितों की वास्तविक चिंता की है एवं हमेशा उन्हें अपनी प्राथमिकता के क्रम में प्रथम पायदान पर रखा है और आदिवासी समाज ने भी हमेशा कांग्रेस पार्टी का साथ दिया है। देश-प्रदेश में आदिवासी समुदाय पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं से दिल दुखी है। विशेषकर मणिपुर की घटना सभी को शर्मसार करने वाली है। श्री पांसे ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जल-जंगल-जमीन की लड़ाई में हमेशा आदिवासी समाज का साथ दिया है और आगे भी देती रहेगी मैं आप सब को बताना चाहता हूं कि आदिवासियों की रक्षा के लिए कांग्रेस पार्टी हमेशा प्रतिबद्ध है और रहेगी। इस जनसभा को संबोधित करते हुए घोड़ाडोंगरी क्षेत्र के विधायक ब्रह्मा भलावी ने कहा कि आदिवासी समाज की वास्तविक हितैषी कांग्रेस पार्टी ही है हमें यह बात लोगों को समझानी होगी। कांग्रेस पार्टी की सरकार में विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त पर शासकीय अवकाश घोषित किया गया था जिसे भाजपा सरकार ने बनते ही बंद कर दिया है। आने वाले समय में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी। हम विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त पर शासकीय अवकाश घोषित करने का काम करेंगे।
इस अवसर पर पांढुर्णा विधायक निलेश उईके, आदिवासी कांग्रेस महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती चंद्रा सरवटे हेमंत वागाद्रे, राजेंद्र जैसवाल, डा रमेश काकोडिया, नगर पालिका अध्यक्ष मीरावंती उईके, जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र कवडे, जिला पंचायत सदस्य श्यामू परते, मनोज मालवे, शाहपुर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नरेंद्र मिश्रा , युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अमरदीप बुनकर, एनएसयूआई के जिलाध्य

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