You are here
Home > Uncategorized > कांग्रेस की नजर अब पिछड़ा वर्ग पर

कांग्रेस की नजर अब पिछड़ा वर्ग पर

प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी ने मुरैना प्रत्याशी के ​लिए दिल्ली भेजे दो नाम

मुरैना – मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा दिल्ली में दो प्रत्याशियों के नाम भेजे गए हैं। इनमें से 11 मार्च को दिल्ली में होने वाली CEC की बैठक में एक नाम पर मुहर लग जाएगी।
हाल ही में कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक की थी। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुरैना-श्योपुर संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी के लिए दो नामों को पैनल में भेजा है। इनमें से एक नाम वर्तमान में कांग्रेस के जौरा विधायक पंकज उपाध्याय का है तथा दूसरा नाम पिछड़ा वर्ग से जसवीर गुर्जर का है। यह दोनों नाम पैनल में दिल्ली भेजे जा चुके हैं। 11 मार्च को दिल्ली में CEC की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में उपरोक्त दोनों नामों में से एक नाम पर मुहर लग सकती है।
इससे पहले पूर्व विधायक सत्यपाल उर्फ नीटू सिकरवार के नाम पर विचार चल रहा था। लेकिन, भाजपा द्वारा क्षत्रिय समाज से शिवमंगल सिंह तोमर को टिकट देने के बाद अब कांग्रेस ने पंकज और जसवीर के नाम आगे बढ़ाए हैं।
मुरैना-श्योपुर संसदीय सीट के लिए भाजपा ने पहले ही अपने पत्ते खोल दिए तथा शिवमंगल सिंह तोमर को टिकट देकर क्षत्रिय समाज के वोट बैंक में सेंध लगा दी है। अब बारी कांग्रेस पार्टी की है। कांग्रेस का लक्ष्य अब पिछड़ा वर्ग तथा दलित वोट पर है, क्योंकि यही दोनों वोट बैंक सबसे बड़े हैं। अगर यह दोनों वोट बैंक कांग्रेस के पाले में आ जाते हैं तो कांग्रेस प्रत्याशी का जीतना तय है।

अब एक नजर सामान्य, पिछड़ा वर्ग व दलित वोट बैंक पर

मुरैना-श्योपुर संसदीय क्षेत्र में 8 लाख, 57 हजार वोट बैंक पिछड़ा वर्ग का है। 5 लाख, 23 हजार वोट अनुसूचित जाति वर्ग का है। 1 लाख, 10 हजार वोट मुस्लिम वर्ग का है। 95000 वोट आदिवासियों का है तथा चार लाख वोट सामान्य जाति के लोगों का है। इस प्रकार से सबसे अधिक वोट बैंक पिछड़ा वर्ग है जिस पर कांग्रेस की नजर लगी है तथा कांग्रेस इसी वोट बैंक को पाने के लिए इसी वर्ग से अपना उम्मीदवार खड़ा करने की योजना बना रही है।

शिवमंगल सिंह तोमर की श्योपुर में नहीं पकड़

भाजपा ने शिवमंगल सिंह तोमर को मुरैना संसदीय क्षेत्र से खड़ा किया है, जिनकी पकड़ श्योपुर में अधिक नहीं बताई जा रही है। इस हिसाब से श्योपुर का मतदाता जिसकी संख्या 5 लाख, 14 हजार, 320 मतदाता हैं, का वोट लेने का लक्ष्य कांग्रेस ने रखा है। इस हिसाब से कांग्रेस उस प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी, जिसकी श्योपुर में अच्छी पकड़ होगी। जहां तक मुरैना संसदीय क्षेत्र की बात है तो यहां 14 लाख, 90 हजार, 517 मतदाता हैं जिनमें क्षत्रियों सहित अन्य सभी वर्ग के मतदाता शामिल हैं।

यहां मिलेगा कांग्रेस को फायदा

कांग्रेस को मुसलमानों का पूरा वोट मिलेगा।
अनुसूचित जाति वर्ग का लगभग पूरा वोट मिलेगा।
अगर पिछड़ा वर्ग के प्रत्याशी चुनाव में खड़ा करती है तो कांग्रेस को पिछड़े वर्ग का सबसे बड़ा वोट बैंक मिलेगा, जो उसके प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित कराएगा।
श्योपुर में भाजपा प्रत्याशी की पकड़ न होने का भी फायदा कांग्रेस को मिलेगा।

Top