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महुआ के निष्कासन की सिफारिश, अधीर का स्पीकर को लेटर

महुआ के निष्कासन की सिफारिश, अधीर का स्पीकर को लेटर

नई दिल्ली – तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। इस मामले पर लोकसभा की एथिक्स कमेटी सोमवार यानी 4 दिसंबर को रिपोर्ट पेश करेगी। – Dainik Bhaskar
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। इस मामले पर लोकसभा की एथिक्स कमेटी सोमवार यानी 4 दिसंबर को रिपोर्ट पेश करेगी।
पार्लियामेंट का विंटर सेशन 4 दिसंबर से शुरू हो रहा है। इससे पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को 4 पन्नों का लेटर लिखा है।
अधीर रंजन का कहना है – टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित करना बेहद गंभीर सजा होगी, जिसका असर बड़े पैमाने पर होगा। संसदीय समितियों के कामकाज के नियमों और प्रक्रियाओं पर फिर से विचार किया जाना चाहिए। मैं लोकसभा के सदस्यों जैसे विशेषाधिकार समिति, आचार समिति के हितों और अधिकारों को लेकर चिंतित हूं।
महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। इस मामले पर लोकसभा की एथिक्स कमेटी सोमवार यानी 4 दिसंबर को रिपोर्ट पेश करेगी। इस रिपोर्ट में महुआ को सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की गई है। अगर लोकसभा में पैनल की इस रिपोर्ट के सुझाव के समर्थन में वोट पड़ते हैं, तो मोइत्रा को सदन से निष्कासित कर दिया जाएगा।
विंटर सेशन को लेकर लोकसभा सेक्रेटेरिएट ने एजेंडा पेपर्स जारी किया है, जिसके मुताबिक एथिक्स कमेटी के चेयरपर्सन विनोद कुमार सोनकर पैनल की पहली रिपोर्ट पेश करेंगे।
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले लोकसभा सचिवालय ने सांसदों को सलाह दी है कि वे संसद का लॉग-इन पासवर्ड शेयर न करें और पार्लियामेंट में पूछे जाने वाले सवाल बाहर न बताएं।
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले लोकसभा सचिवालय ने सांसदों को सलाह दी है कि वे संसद का लॉग-इन पासवर्ड शेयर न करें और पार्लियामेंट में पूछे जाने वाले सवाल बाहर न बताएं।
कमेटी के 6 सदस्यों ने रिपोर्ट के समर्थन में वोट किया
कमेटी ने 9 नवंबर की मीटिंग में इस रिपोर्ट को स्वीकार किया था। एथिक्स कमेटी के छह सदस्यों ने इस रिपोर्ट के समर्थन में वोट किया था। इसमें कांग्रेस सांसद प्रिनीत कौर भी शामिल थीं। इस रिपोर्ट के खिलाफ वोट करने वाले चार सदस्य विपक्षी दलों से थे।
पैनल में विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस रिपोर्ट को फिक्स्ड मैच बताया है। उनका कहना है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की तरफ दर्ज कराई गई शिकायत को पैनल ने रिव्यू किया है, लेकिन इस शिकायत के समर्थन में एक भी सबूत नहीं है।

अब पढ़िए मोइत्रा को लेकर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में क्या-क्या है…

महुआ मोइत्रा का अकाउंट जुलाई 2019 से अप्रैल 2023 के बीच UAE से 47 बार ऑपरेट हुआ था। इस दौरान 2019 से सितंबर 2023 के बीच वह चार बार UAE गई थीं। सूत्रों ने बताया कि एक ही IP एड्रेस से किसी ने 47 बार लॉग इन किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि महुआ मोइत्रा द्वारा पूछे गए 61 सवालों में से 50 सवाल बिजनेमसमैन दर्शन हीरानंदानी की पसंद के थे। दर्शन हीरानंदानी विदेश में रहते हैं। आचार समिति ने बताया है कि पासवर्ड शेयर करने से गुप्त जानकारी विदेशी एजेंसियों के हाथ लग सकती है।
एथिक्स कमेटी के हवाले से सूत्रों ने बताया कि संसदीय लॉगिन शेयर करने का मतलब बाहरी लोगों को ऐसे कई संवेदनशील दस्तावेज मिल सकते हैं जो सांसदों के साथ पहले से शेयर किए जाते हैं।
समिति ने बताया कि जम्मू और कश्मीर परिसीमन विधेयक 2019, ट्रिपल तलाक समेत करीब 20 विधेयक पब्लिक डोमेन में आने से पहले ही सांसदों के साथ शेयर किए गए थे। समिति ने कहा कि ऐसे दस्तावेजों के संभावित लीक से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।

5 पॉइंट में पूरा मामला समझें…

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिए थे। इस मामले को स्पीकर ने एथिक्स कमेटी को भेज दिया।
निशिकांत ने 21 अक्टूबर को महुआ पर एक और गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा- कुछ पैसों के लिए एक सांसद ने देश की सुरक्षा को गिरवी रख दिया। मैंने इसे लेकर लोकपाल से शिकायत की है।
उन्होंने कहा कि दुबई से संसद की ID खोली गई, जबकि उस वक्त वे कथित सांसद भारत में ही थीं। इस नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) पर पूरी भारत सरकार है। देश के प्रधानमंत्री, वित्त विभाग, केंद्रीय एजेंसी यहां हैं। क्या अब भी TMC और विपक्षी दलों को राजनीति करनी है। निर्णय जनता का है। NIC ने यह जानकारी जांच एजेंसी को दे दी है।
एथिक्स कमेटी ने 27 अक्टूबर को महुआ को समन भेजा और 31 अक्टूबर को सुबह 11 बजे कमेटी के सामने पेश होने का निर्देश दिया था। महुआ ने इसी दिन एथिक्स कमेटी को लिखा था कि वे 5 नवंबर के बाद ही मौजूद हो पाएंगी। 28 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी ने महुआ को 2 नवंबर को पेश होने को कहा।
मोइत्रा ने 6 नवंबर को दावा किया कि 7 नवंबर को होने वाली लोकसभा की एथिक्स कमेटी की बैठक इसलिए स्थगित की गई ताकि कमेटी के मेंबर कांग्रेस सांसदों को कार्यवाही से दूर रखा जा सके।

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