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सर्वधर्म समभाव की अलख जगाने, आदिवासी गौरव सम्मान के लिए छिंदवाड़ा में तीन दिवसीय आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री की हनुमंत कथा का रसपान करने उमड़ी भीड़

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुल नाथ ने आचार्य धीरेंद्र शास्त्री को पुनः कथा के लिए दिया आमंत्रण

छिंदवाड़ा/ भोपाल – बागेश्वर धाम बालाजी सरकार के आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा छिंदवाड़ा के सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर सिमरिया में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुल नाथ की यजमानी में 5,6 और 7 अगस्त को आयोजित तीन दिवसीय हनुमंत कथा किसान भक्ति और शक्ति का नया अध्याय प्रारंभ हुआ है। आदिवासी गौरव सम्मान के लिए शुरू हुई कथा का आज सर्वधर्म समभाव के प्रतीक रूप में हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के धर्मगुरूओं की गरिमामयी उपस्थिति में समापन हुआ।
आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री की कथा को सुनने तीन दिन में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। कथा के मुख्य यजमान मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं सांसद नकुल नाथ एवं प्रियानाथ पूरे समय कथा में मौजूद रहे।
कथा के समापन पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आदिवासी वर्ग के सम्मान को बचाने निकाली गई आदिवासी स्वाभिमान यात्रा कार्यक्रम का मैं भी झाबुआ में समापन कराकर आया हूं और छिंदवाड़ा में हो रही यह कथा भी आदिवासी स्वाभिमान से शुरू हुई है और आज सर्वधर्म समभाव के साथ सभी धर्मों के धर्मगुरुओं की उपस्थिति में इसका समापन हो रहा है।
कमलनाथ ने कहा कि मेरा और आचार्य शास्त्री जी का संबंध हनुमान जी से जुड़ा हुआ संबंध है, आस्था और विश्वास का संबंध है, उन्होंने आगे कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन के 40 साल जनता की भलाई में लगाए हैं। आचार्य शास्त्री जी आपने बहुत जगह कथाएं की है किंतु आपको छिंदवाड़ा जैसी कथा और छिंदवाड़ा जैसे श्रद्धालु भक्त शायद ही मिलेंगे।
श्री नाथ ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है हम सबने इस कथा के माध्यम से आदिवासियों का सम्मान किया और आज हम सर्वधर्म का सम्मान कर रहे हैं। हमारे देश में सभी धर्मों का सम्मान होता है। छिंदवाड़ा का सौभाग्य है की आचार्य जी एवं इतने साधु-संतों के यहां चरण पड़े हैं परंतु अभी हमारी कथा की लगन पूरी नहीं हुई है, आचार्य जी आप यहां आते रहियेगा, तभी हमारी कथा सुनने की लगन पूरी होगी।
सांसद नकुल नाथ ने कहा कि यहां लाखों की संख्या में उपस्थित धर्म प्रेमी बंधु और भक्तों की ओर से शास्त्री जी से कहना चाहता हूं कि 3 दिनों की कथा में हमारे छिंदवाड़ा को हमारी नगरी को आपने सोना बना दिया, लेकिन आज आप जो कथा का समापन कर विदा ले रहे हैं तो हमारा यह शहर सूना करके जा रहे हैं। सांसद नकुल नाथ ने भी यह कहा कि 3 दिन की कथा से हमारा मन नहीं भरा है आप फिर से सिमरिया धाम एवं छिंदवाड़ा पधारिएगा।
नकुल नाथ ने आगे कहा कि पूरी दुनिया आप के धाम में अर्जी लगाती है तो मैं भी अपने जिले की एवं प्रदेश की जनता के कल्याण के लिए आप के दरबार में एक अर्जी लगाता हूं एवं हनुमान जी से प्रार्थना करता हूं कि मेरे छिंदवाड़ा जिले एवं पूरे मध्यप्रदेश का कल्याण हो। जिन किसानों की भूमि पर कथा हुई एवं कथा कार्यक्रम की सेवादारों के साथ कथा सुनने आने वाले सभी धर्म प्रेमी बंधुओं का धन्यवाद किया।
बागेश्वर बालाजी सरकार के आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि शक्ति और भक्ति हनुमान जी जैसी होनी चाहिए। शास्त्रीजी ने प्रभु श्री राम, रावण और हनुमान जी से जुड़ा प्रसंग भी सुनाया और रावण के अभिमानी होने तथा हनुमान जी की विनम्रता से जनसमुदाय का परिचय कराया।
आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कथा के साथ ही सुमधुर भजनों की प्रस्तुति भी दी जिससे पूरा पंडाल गूंज उठा। हनुमंत कथा के समापन पर एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें एक लाख से अधिक लोगों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
कथा के समापन अवसर पर पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत, पूर्व पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, विधायक विजय चौरे, सुजीत चौधरी, नीलेश उइके, कमलेश शाह महापौर विक्रम आहके, मेघा परमार, भावना डेहरिया जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओकट, चौधरी गंभीर सिंह सहित बडी संख्या में नेतागण भी उपस्थित रहे।

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