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आदिवासी भाईयों को वन अधिनियम के अधिकारों से वंचित कर दिया भाजपा सरकार ने: कमलनाथ

भाजपा सरकार ने आदिवासियों के जो पट्टे निरस्त किये, वे वापस दिलाये जायेंगे: कमलनाथ

को संबोधित करते हुये बड़ी घोषणा की है। कमलनाथ ने कहा है कि सत्ता में आने पर कांग्रेस भाजपा सरकार द्वारा आदिवासियों के नृत्य किए हुए भक्तों को वापस दिलाएगी । कमलनाथ ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा, “गोंड समाज की सम्मानित रानी दुर्गावती एवं राजा तेज सिंह जी की इस भूमि को मैं प्रणाम करता हूं तेजगढ़ यह वीरों की भूमि है यहां आकर मैं स्वयं को धन्य महसूस करता हूं। पिछले चुनाव के पहले मैं जबेरा आया था यहां आकर बेहद खुशी होती है परंतु साथ साथ दुख भी होता है, बड़ी संख्या में आज यहां हमारे नौजवान साथी उपस्थित हुए हैं और सबसे बड़ी चिंता आज प्रदेश में लगभग एक करोड़ नौजवानों के भविष्य की है। आज प्रदेश की तस्वीर सबके सामने हैं आज हमारे दमोह जबेरा पथरिया हटा में सबसे ज्यादा पलायन हो रहा है। मांगों की बात करें तो मेडिकल कॉलेज की लंबे समय से मांग चली आ रही है, शिवराज सिंह चौहान यहां आए थे और मेडिकल कॉलेज की घोषणा करके चले गए, उसके बाद उस घोषणा का क्या हुआ कोई पता नहीं। “

कमलनाथ ने कहा कि बड़ी संख्या में आज यहां हमारे आदिवासी भाई मौजूद हैं जो वन अधिनियम के लाभार्थी हो सकते थे परंतु प्रदेश की भाजपा सरकार ने हमारे आदिवासी भाइयों को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया है। दमोह एकमात्र जिला है, प्रदेश में जहां पर आदिवासी भाइयों के 70 प्रतिशत पट्टे निरस्त कर दिए गए।
श्री नाथ ने कहा कि मैं आदिवासी भाइयों को वचन देता हूं कि जिस दिन हमारी सरकार बनेगी, उसी दिन सभी फाइलों को दोबारा खोलकर आप के पट्टे आपको दोबारा लौटए जाएंगे। उन्हांेने कहा कि शिवराज सिंह कहते हैं मैं बेटियों का मामा हूं और किसान का बेटा हूं लेकिन आज स्थिति यह है कि पूरे देश में किसानों की आत्महत्या में मध्यप्रदेश नंबर वन है और बेटियों के साथ होने वाले अत्याचार में भी नंबर वन है। प्रदेश की यह स्थिति अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि हमने अपनी सरकार में कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने की शुरूआत की थी, उसी दिशा में हमने दमोह जिले में 53000 किसानों का कर्जा माफ किया था, हमारे समय में किसानों को लंबी-लंबी कतारों में खाद और बीज के लिए नहीं लगना पड़ता था, किसानों को उचित मूल्य के लिए नहीं भटकना पड़ता था। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही शिवराज सिंह जी ने घोषणाओं की बारिश शुरू कर दी है, वे आजकल जेब में नारियल लेकर चल रहे हैं, चुनावी बेला में बहनों की याद आ रही है। मैं पूछना चाहता हूं कि 18 वर्षों तक उन्हंे बहनों की याद क्यों नहीं आई? उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे अतिथि शिक्षकों से किए हुए वादों का क्या हुआ, संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल कर रहे हैं उनकी मांगे पूरी क्यों नहीं की जा रही? हमारी आशा कार्यकर्ता बहने आज दुखी हैं, उनके मानदेय का क्या हुआ?
कमलनाथ ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में मात्र 5 महीने बचे हैं, हर चुनाव के अलग-अलग मुद्दे होते हैं, विकास के मुद्दे तो हैं ही, लेकिन सबसे जरूरी है कि बुंदेलखंड और दमोह जिले की जो उपेक्षा की गई है, उसका हिसाब भारतीय जनता पार्टी से लेना है। ताकि हमारा जबेरा विधानसभा और हमारा दमोह जिला विकास की धारा में दोबारा आ सके।
इस अवसर पर विधायक अजय टंडन, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, पूर्व मंत्री राजा पटेरिया, पूर्व विधायक प्रताप सिंह सहित हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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