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सुरजेवाला ने CM से किए 5 सवाल, धोखाधड़ी के आरोप लगाए

क्या भाजपा सरकार की सारी घोषणाएं ऐसे ही धोखे और झूठ की बुनियाद पर हैं?

भोपाल – मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुरजेवाला ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय(PCC) में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से 5 सवाल पूछे। बिजली बिल का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि शिवराज यानी धोखाराज। सुरजेवाला ने 5 पॉइंट्स में सरकार पर धोखेबाजी के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा, ‘अगस्त में शिवराज सिंह चौहान ने नौगांव में घोषणा करते हुए कहा था कि जिनके 1 किलोवॉट तक के बिजली कनेक्शन हैं, उनके बिजली बिल छोड़ता हूं। समीक्षा करने के बाद बढ़े हुए बिजली बिल मैं भरूंगा। यानी शिवराज सरकार भरेगी।
सुरजेवाला ने कहा- मध्यप्रदेश के एक करोड़ लोगों से बेईमानी और धोखेबाजी की कहानी यहीं से शुरू हो गई। इसके चार पहलू हैं…।

शिवराज से सुरजेवाला के 5 सवाल

1 किलोवॉट तक के 20 लाख बिजली उपभोक्ताओं में से 1 भी उपभोक्ता का एक पैसा माफ किया?
1 किलोवॉट तक के बिजली उपभोक्ताओं के बिल स्थगित करने से पहले लोड दोगुना कर दिया?
प्रदेश के लाखों गरीब परिवार के कनेक्शन का लोड बढ़ाने से पहले उनकी सहमति ली गई?
लोड बढ़कर 2 किलोवॉट तक पहुंच गया। लोगों को गरीबी रेखा से बाहर करने षड्यंत्र रचा?
क्या भाजपा सरकार की सारी घोषणाएं ऐसे ही धोखे और झूठ की बुनियाद पर हैं?

अब बात सुरजेवाला के 4 पहलुओं की…

पहला पहलू: बिल माफी का आस्थायी आदेश निकाला
सुरजेवाला ने कहा, ‘पहला पहलू यह है कि शिवराज सिंह की घोषणा (1 किलोवॉट कनेक्शन पर बढ़े हुए बिजली बिल सरकार भरेगी) के बाद मध्यप्रदेश शासन के ऊर्जा विभाग ने 1 सितंबर 2023 को एक आदेश निकाला। बिल माफी की जगह इस आदेश में लिखा कि ये बिल अस्थायी तौर पर स्थगित किए जाते हैं।’

उन्होंने कहा, ‘यहीं से बेईमानी शुरू हो गई। 1 किलोवॉट तक के 20 लाख उपभोक्ताओं के बिलों की राशि की एक फूटी कौड़ी भी माफ नहीं हुई। यह घोषणा 5 अगस्त 2023 को शिवराज सिंह चौहान ने की थी।’

दूसरा पहलू: 1 से बढ़ाकर 2 किलोवॉट कर दिया लोड
सुरजेवाला ने कहा, ‘1 सितंबर को यह आदेश जारी होता है, इसके ठीक पहले भाजपा की सरकार मध्यप्रदेश के उन 18 से 20 लाख परिवारों के साथ एक और गणित षड्यंत्र करती है। तीनों विद्युत वितरण कंपनियों ने इनमें से 90% से अधिक उपभोक्ताओं का लोड 1 किलोवॉट से अपने आप 2 किलोवॉट कर दिया।

उन्होंने आगे कहा, ‘कांग्रेस ने 21 जिलों के 38 डिविजन का आकलन किया है। चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। हमारे पास 350953 उपभोक्ताओं के बिजली बिलों का डेटा है।’

तीसरा पहलू: बिजली उपभोक्ता से एग्रीमेंट तक नहीं किया
सुरजेवाला ने कहा, ‘भाजपा का तीसरा धोखा गैरकानूनी है। नियम है कि किसी भी उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन लोड बदला जाता है तो पहले उसे जानकारी देनी होती है। उसकी मौजूदगी में आकलन होता है। एग्रीमेंट साइन होता है। इसके बाद लोड बढ़ाया जाता है, लेकिन 18 से 20 लाख कस्टमर का लोड बिना एग्रीमेंट बढ़ा दिया गया।

चौथा पहलू: लोड बढ़ने से बिजली बिल डबल हुआ
बिजली विभाग 1 किलोवॉट पर 150 यूनिट का आकलन करता है, लेकिन बिना आकलन किए 2 किलोवॉट लोड कर दिया। इससे 300 यूनिट प्रति माह तक खपत पहुंच गई। यह डाका है, क्योंकि बिल डबल आने शुरू हो गए। यह भाजपा का शिवराज मॉडल और धोखा है।

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