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बाइक से 80 किमी दूर घर तक ले गए मां की लाश

शहडोल। मप्र में राज्य सरकार नागरिकों को सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा करती है, लेकिन आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आ जाती हैं, जिससे सरकार के दावों की पोल खुल जाती है। ऐसा ही मामला शहडोल मेडिकल कालेज से सामने आया है। बताया जा रहा है कि मेडिकल कालेज में शव वाहन नहीं मिलने के कारण एक व्यक्ति को अपनी मां का शव बाइक से 80 किलोमीटर दूर अपने गांव ले जाना पड़ा। घटना रविवार की है, लेकिन सोमवार को सोशल मीडिया पर इसका वीडियो सामने आया है।

बताया जा रहा है कि मेडिकल कालेज में शव वाहन एम्बुलेंस की सुविधा नहीं है, जिसके कारण मरीजों को परेशानियों को सामना करना पड़ता है। कालेज प्रबंधन के अनुसार मेडिकल कालेज में एम्बुलेंस की सुविधा वर्तमान में नहीं है और न ही शव वाहन है। दो एम्बुलेंस मिली हैं, जिनके पंजीयन की प्रक्रिया की जा रही है। इसके बाद ही मरीजों को सुविधा दी जाएगी।

जानकारी के अनुसार जिले के ग्राम गोडारू निवासी जयमंत्री यादव को गत दिनों सीने में तकलीफ होने के कारण जिला अस्पताल शहडोल में भर्ती कराया था। हालत में सुधार नहीं होने के कारण उन्हें मेडिकल कालेज में रेफर किया गया। मेडिकल कालेज के डीन डा. मिलिंद शिरालकर ने बताया कि गोडारू निवासी जयमंत्री यादव को गंभीर हालत में जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज लाया गया था, जहां उपचार के दौरान शनिवार की रात उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि मृतका के परिजनों से वाहन के लिए पूछा गया था तो उन्होंने बताया था कि उनके पास सुविधा है, वे शव लेकर चले जाएंगे।

डीन ने कहा कि सरकारी शव वाहन की सुविधा नहीं है, लेकिन हम अपनी ओर से वैकल्पिक वाहन उपलब्ध करा देते। परिजनों ने वाहन की मांग भी नहीं की और पूछने पर मना कर दिया, इसलिए हम वाहन नहीं दिलवा पाए।

वहीं, मृतका के पुत्र सुंदर यादव ने बताया कि जब वह अपनी मां को बीमारी की हालत में जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज लेकर आया था, तब भी एम्बुलेंस नहीं दी गई थी। मेडिकल कालेज में शव वाहन कहां से मिलता, जब एम्बुलेंस नहीं दिया, इसलिए हम अपनी मां को अपनी सुविधा के अनुसार घर तक ले आए।

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