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रोजगार गारंटी के भुगतान पर ब्रेक

महीने से किसी पंचायत में नहीं हुआ मनरेगा की मजदूरी का भुगतान

Break on payment of employment guarantee - MNREGA wages have not been paid  in any panchayat in the district for 3 months - wages amount to around Rs 9  crore | रोजगार

बुरहानपुर – महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में खंती खुदाई सहित अन्य काम करने वाले मजदूरों को दिसंबर माह से मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। भुगतान पर ब्रेक के चलते मजदूर वर्ग के लोग परेशान हो रहे हैं। खास बात यह है कि जिले की 167 ग्राम पंचायतों में से कहीं भी मनरेगा मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ। करीब 9 करोड़ से अधिक मजदूरी बकाया है।
बताया जा रहा है कि यही स्थिति न केवल बुरहानपुर जिले, बल्कि प्रदेशभर की है। लाड़ली बहना योजना के चलते सरकारी विभागों का बजट गड़बड़ाया हुआ है उसी में से एक पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भी है जहां इस बार मजदूरी की राशि नहीं मिली।

नवंबर में हुआ था आखिरी भुगतान

पंचायत सचिवों के अनुसार ग्राम पंचायतों में नवंबर 23 में आखिरी भुगतान किया गया था। इसके बाद से लेकर अब तक किसी भी पंचायत मे मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। जबकि पंचायतों ने मजदूरों से खंती खुदाई सहित अन्य निर्माण कार्य कराए हैं। प्रत्येक मजदूर को 221 प्रतिदिन की दर से मजदूरी का भुगतान किया जाता है। पहले यह मजदूरी 194 रूपए थी, लेकिन अप्रैल 23 से 221 रूपए कर दी गई है, लेकिन इसका भुगतान समय पर नहीं हो रहा है।

इस बार जिले में बढ़ा है पलायन

हर साल जिलेभर से मजदूर देशभर के विभिन्न राज्यों में मजदूरी के लिए पलायन कर जाते हैं। इस बार भी महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में बड़ी संख्या में स्थानीय मजदूरों ने पलायन किया है। इधर मजदूरी समय पर नहीं मिलने से भी इस बार असर पड़ा है। अधिकांश मजदूर धुलकोट, बोरी, नावरा, सिंधखेड़ा, साईखेड़ा सहित अन्य दर्जनों गांवों से दूसरे राज्यों में पलायन कर चुके हैं। पलायन रोकने के लिए जिला स्तर पर भी कभी कोई प्रयास नहीं होते। मजदूर दूसरे राज्यों में शोषण का शिकार भी होते हैं। हाल ही में 28 मजदूरों को नेपा थाना पुलिस कर्नाटक से छुड़ाकर लाई थी।

181 पर लगातार शिकायत कर रहे मजदूर

जिन मजदूरों का रोजगार गारंटी योजना की मजदूरी बकाया है वह लगातार सीएम हेल्प लाइन 181 पर इसकी शिकायत दर्ज करा रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। पिछले दिनों ग्राम पलासुर के मजदूरों ने यह मांग उठाई थी। अलताफ मंसूरी के अनुसार 5 बार सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।

इन क्षेत्रों से इस बार भी हुआ पलायन

सीवल, बाकड़ी,नावरा, डाभियाखेड़ा, अमुल्लाकला, अमुल्लाखुर्द, खकनार, डोईफोड़िया, अंबाड़ा, बदनापुर, बालापाट, डवालीकला, डवालीखुर्द, गुलई, हैदरपुर, केरपानी, खकनारकला, सोनुद, ताजनापुर सहित दर्जनों गांवों से पलायन हुआ है।

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