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भारत जोड़ो न्याय यात्रा में युवाओं का गुस्सा और आंसू

ग्वालियर/उज्जैन – ‘हम लड़कियों को कभी घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था। जैसे-तैसे घर-परिवार की मेंटलिटी सेट हो रही थी तो अब अग्निवीर योजना आ गई। इसमें एज लिमिट 17 से लेकर 21 साल तक है। मेरी उम्र का 21वां साल चल रहा है। अगले साल मैं 22 की हो जाऊंगी। तो मैं इसके काबिल नहीं रहूंगी। यदि सिलेक्शन हो भी गया तो 4 साल बाद हम क्या करेंगे। क्या करेंगी लड़कियां उसके बाद।’
ग्वालियर की किरण निगम जब ये कह रही थीं तो उनके चेहरे पर गुस्सा था। ये सवाल अकेली किरण का नहीं है। उनके जैसी हजारों लड़कियां यही सवाल दोहरा रही हैं। लड़के भी भर्ती परीक्षाओं में धांधली से गुस्से में हैं। वे पूछ रहे हैं कि अगस्त 2023 में उन्होंने एमपी पुलिस की परीक्षा दी थी, लेकिन अब तक फिजिकल टेस्ट की तारीख तय नहीं है। 8 महीने से वे लगातार ग्राउंड पर दोनों वक्त मेहनत-मशक्कत कर रहे हैं, ताकि आज नहीं तो कल जब भी फिजिकल होगा, उन्हें वर्दी मिल जाएगी, लेकिन कब? यही वो सवाल है जो युवाओं को आक्रोशित कर रहा है।
मप्र में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा जहां-जहां से गुजर रही है, युवाओं के साथ संवाद में सबसे ज्यादा सवाल इन्हीं मुद्दों पर हो रहे हैं। इस यात्रा के दौरान राहुल का पूरा फोकस भी युवाओं के मुद्दों पर है। वे पेपर लीक से लेकर अग्निवीर योजना और बेरोजगारी का जिक्र कर रहे हैं। युवाओं से संवाद साध रहे हैं। अब उन्होंने युवाओं के लिए बड़ा ऐलान करने के भी संकेत दिए हैं। वहीं युवा भी जानना चाहते हैं कि राहुल और कांग्रेस पार्टी का युवाओं के भविष्य के लिए क्या प्लान है। पढ़िए ये रिपोर्ट…
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इस समय मप्र में है। 5 मार्च को यात्रा उज्जैन में थी। इसी दिन राहुल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि कांग्रेस बुधवार यानी 6 मार्च को बड़ा ऐलान करने वाली है। ये ऐलान क्या होगा इसके बारे में राहुल ने सीधे-सीधे कुछ नहीं लिखा है, लेकिन इशारा किया है कि ये ऐलान युवाओं से जुड़ा होगा। राहुल गांधी ने युवाओं को संबोधित करते हुए लिखा, ‘अब डिग्री को सम्मान मिलेगा, समस्याओं का समाधान मिलेगा और सभी को काम मिलेगा। कांग्रेस आपके हाथों में देगी भविष्य की कमान। कल होगा बड़ा ऐलान।
राहुल गांधी ने मप्र में पांच दिनों की इस यात्रा में जगह-जगह युवाओं से संवाद किया है। भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे दिन ग्वालियर में राहुल ने अग्निवीर भर्ती से जुड़े युवाओं, पूर्व सैनिकों से करीब 40 मिनट तक बात की थी। यहां सेना की तैयारी कर रहे युवाओं ने बताया कि जो सम्मान फौजी बनने पर मिलता था अब वो अग्निवीर बनने पर नहीं मिलता। इस पर राहुल गांधी ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि यदि उनकी सरकार आती है तो वह अग्निवीर भर्ती योजना में जो सुधार हो सकता है वह जरूर करेंगे।

युवा पूछ रहे सवाल, कब होगा पुलिस भर्ती का फिजिकल टेस्ट

दैनिक भास्कर ने युवाओं से बात की तो उन्होंने भर्ती परीक्षाओं पर सबसे ज्यादा चिंता जाहिर की। ग्वालियर के कुलदीप शर्मा कहते हैं कि अगस्त 2023 में पुलिस की परीक्षा हुई थी। जो बच्चे एमपी पुलिस की तैयारी कर रहे हैं, वो 8 महीने से लगातार जुटे हैं। सुबह शाम वो ग्राउंड जा रहे हैं, लेकिन अब तक उनका फिजिकल टेस्ट नहीं हुआ है। बच्चे कब तक इंतजार करेंगे।
अधिकारी कहते हैं कि लोकसभा के चुनाव बाद होगा। यानी नई सरकार बनने में अभी 4 महीने लगेंगे, तो तब तक इंतजार करना पड़ेगा। एमपी पुलिस के चक्कर में हमने दूसरी भर्ती परीक्षा नहीं दी। पहले फिजिकल क्वालिफाइड होता था, अब ऐसा नहीं है। जिसके लिखित परीक्षा में 70 नंबर है, उसे फिजिकल में 80 नंबर चाहिए। इसके लिए उसे ग्राउंड में दोनों टाइम मेहनत करनी पड़ेगी।
कुलदीप राहुल गांधी से भी मिले। उन्होंने कहा कि राहुल ने आश्वासन दिया है कि हमारी सरकार आई तो हम विचार करेंगे। हमारी सिर्फ एक मांग है कि कर्मचारी चयन मंडल जो कैलेंडर जारी करे, उसके मुताबिक सारे टेस्ट और प्रक्रिया पूरी हो। एमपी पुलिस की परीक्षा में भी हमारी यही डिमांड है कि सरकार सिर्फ तारीख बता दें कि कब फिजिकल होगा। अभी हम फंसे हुए हैं।

अब उन युवाओं की बात जिनके लिए फौज में जाना ही जिंदगी का मकसद

3 मार्च को पूर्व सैनिकों के साथ संवाद में 2019 से 2021 के बीच सेना भर्ती में सिलेक्ट युवा भी पहुंचे थे। कहते हैं कि हमारे साथ जो अन्याय हुआ है, उसे हम जनता तक पहुंचाना चाहते हैं। एयरफोर्स और आर्मी के लिए 2019 से 2021 तक भर्तियां हुईं। 60 लाख बच्चों ने इसमें आवेदन किया था। 1.50 लाख बच्चे इसमें सिलेक्ट हुए। 1.50 लाख बच्चों का फिजिकल, मेडिकल, एग्जाम सब क्लियर है, लेकिन उनको अब तक जॉइनिंग नहीं मिली है। हम इस सिलसिले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिले थे। उन्होंने 15 दिन का आश्वासन दिया था, अब 3 साल हो गए हैं लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला।

जब से अग्निवीर स्कीम आई तब से फौज में जाने का सपना टूट गया

बचपन से फौजी बनने का सपना देखने वाले विजय यादव कहते हैं कि अग्निवीर के विरोध में हमने प्रदर्शन किया था तो हमारे पास नोटिस आया कि आप आतंकवादी हो। आपके खिलाफ केस चल रहे हैं। जब से अग्निवीर आया तब से हमारा फौज में जाने का सपना टूट गया। पहले मेरे साथ 60 बच्चे तैयारी कर रहे थे, अब 5-7 बच्चे ही बचे हैं। बाकी पता नहीं क्या कर रहे हैं?

2014 से तैयारी कर रहा था, अग्निवीर योजना से झटका लगा

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से आए नितिन ठाकुर कहते हैं कि ये एक तरह से झटके जैसा था कि अब हम अग्निवीर कहलाएंगे। मैं 2014 से तैयारी कर रहा था। आर्मी का फिजिकल टेस्ट बहुत कठिन होता है। उसमें 200-250 लड़कों के बीच 5 से 10 बच्चे सिलेक्ट होते हैं। उसके ऊपर मेडिकल बहुत कठिन होता है। मैं 3 बार मेडिकल में फेल हो चुका हूं। आखिरी बार मैं मेडिकल में फिट हुआ था। मैंने सर्जरी कराई थी।

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