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इंदौर BJP को दूसरा झटका..कांग्रेस ज्वाइन करेंगे मल्हार

बोले-काम निकालते ही मूल कार्यकर्ता को दूध से मक्खी की तरह निकाल रही पार्टी

इंदौर – मालवा-निमाड़ की राजनीति में उठापटक ने BJP को हैरान कर दिया है। इंदौर में भंवरसिंह शेखावत के बाद अब राऊ क्षेत्र दिग्गज नेता और अखिल भारतीय धाकड़ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश मल्हार ने BJP छोड़ने का ऐलान कर दिया है। यह भी साफ किया है कि वे कांग्रेस पार्टी जॉइन करने जा रहे हैं। यह पार्टी से बड़ा झटका मधु वर्मा के लिए है, जिन्हें पार्टी ने राऊ से चुनाव में उतार रखा है। मल्हार 23 सितंबर को कमलनाथ की मौजूदगी में इंदौर में ही कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं। दैनिक भास्कर से बात करते हुए मल्हार ने कहा कि BJP में मूल कार्यकर्ताओं की बात पार्टी फोरम पर सुनना बंद कर दी गई है। पार्टी अपना काम कराने के बाद कार्यकर्ताओं को दूध में से मक्खी की तरह निकाल कर फेंक रही है। मैं दावे के साथ कह रहा हूं कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कमलनाथ की सरकार बनने जा रही है।

दिनेश मल्हार की पार्टी से नाराजगी की वजह और इस्तीफे के फैसले पर पूरी बातचीत

Q- आप बीजेपी के दिग्गज नेता रहे हैं, 1989 से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, फिर अचानक पार्टी क्यों छोड़ दी?

मैंने यह फैसला एक दिन में नहीं लिया। दरअसल, पार्टी जिस दिशा में जा रही है वहां अब पुराने कार्यकर्ताओं की जगह नहीं बची है। मैं 1989 से बीजेपी में साधारण कार्यकर्ता बनकर काम कर रहा हूं। पिछले 34 सालों से मैं यही इंतजार कर रहा हूं कि कभी तो पार्टी सम्मान जनक स्थिति में पहुंचाए लेकिन पार्टी हर बार अपना काम कराने के बाद दूध में से मक्खी की तरह निकाल कर फेंक देती है।

Q- मप्र में BJP के राष्ट्रीय नेता चुनाव की कमान संभाले हुए हैं, आपको लगता है इस बार कांग्रेस सरकार बना पाएगी?

जो पार्टी जमीन पर काम करती है वह ही चुनाव जीतती है। आज तक BJP इसी कारण चुनाव जीतती आई है लेकिन इस बार मैं देख रहा हूं कि कांग्रेस पूरी तरह से जमीन पर उतर चुकी है। मैं यह दावे के साथ कह रहा हूं कि मप्र में केंद्रीय नेतृत्व आए चाहे अंतरराष्ट्रीय नेता आ जाएं। प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकार बनेगी।

Q- कांग्रेस में किस नेता के माध्यम से आए है?

कांग्रेस में सीधे जीतू पटवारी के साथ कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं। मेरे उनसे पारिवारिक रिश्ते भी हैं इसलिए BJP के लोग मुझ पर पटवारी के लिए काम करने का आरोप लगाते हैं। इसलिए सीधा उन्हीं के साथ जा रहा हूं।

Q- BJP के नेता आप पर क्या आरोप लगाते हैं?

राऊ विधानसभा मेरा घर है, मैं यहां पर राजनीति करता हूं। BJP ने जिसे भी प्रत्याशी बनाया है उसके लिए मैंने काम किया। अपना बूथ अपना गांव हर बार BJP को जिताया है। मेरे पारिवारिक रिलेशन पटवारी से हैं इसलिए ही मुझे शक की नजरों से देखा जाता है। संबंध होने का मतलब यह तो नहीं कि मैं कांग्रेस के लिए काम करता हूं। इस बार भी मैं पार्टी में रहता तो शक की निगाह से ही देखा जाता इसलिए फैसला कर लिया।

Q- बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद पार्टी के नेताओं ने आपको मनाया या नहीं?

न तो BJP शहर अध्यक्ष का फोन आया और न ही प्रदेश अध्यक्ष का। हां, राऊ के लोकल नेताओं का फोन जरूर आया। मैंने उन नेताओं से यही बोला कि आप उन नेताओं को मेरे से बात करने का कहिए जो 2008 में मेरा टिकट कटने के बाद मेरे पास आए थे। और यह वादा करके गए थे कि आप तो अभी पार्टी को चुनाव जिताओ हम आपका ध्यान रखेंगे। आज 15 साल हो गए किसी ने मेरा ध्यान नहीं रखा। 1989 में भी साधारण कार्यकर्ता था आज तक भी साधारण कार्यकर्ता ही रहा।

Q- बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद अब आगे की क्या रणनीति है?

जवाब- 18 सितंबर को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद अब 23 सितंबर को कांग्रेस पार्टी जॉइन कर रहा हूं।

सीएम शिवराजसिंह चौहान के साथ दिनेश मल्हार।
सीएम शिवराजसिंह चौहान के साथ दिनेश मल्हार।
5 चुनाव लड़ चुके हैं दिनेश मल्हार

बीजेपी से इस्तीफा दे चुके मल्हार अखिल भारतीय धाकड़ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश मल्हार ने 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति की शुरुआत की थी। वह पहली बार 1989 में बीजेपी के कार्यकर्ता के रूप में पार्टी में शामिल हुए थे। मल्हार ने कुल 5 चुनाव लड़े हैं। पहली बार वह 1994 में सरपंच का चुनाव लड़े और जीते। इसके बाद वह लगातार 3 बार ज़िला पंचायत का चुनाव लड़े और जीते। मल्हार ने 2012 में मंडी डायरेक्टर का चुनाव भी जीता था।

पार्टी छोड़ने वालों पर पार्टी की लाइन क्लियर कर चुके CM, कुछ नहीं कहा जाएगा

मालवा-निमाड़ में बीजेपी मूल के भंवरसिंह शेखावत, सिंधिया समर्थक समंदर पटेल और प्रमोद टंडन जैसे नेताओं के BJP छोड़ने पर CM इंदौर में ही स्पष्ट कह चुके हैं कि इन छोड़ने वालों के बारे में कुछ भी नहीं कहना चाहता। इसका मतलब माना जा रहा है कि पार्टी ने स्टैंड साफ कर दिया है कि वह ज्यादा मान मनौव्वल नहीं करेगे।

प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और शहर अध्यक्ष गौरव रणदिवे के साथ दिनेश मल्हार।
प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और शहर अध्यक्ष गौरव रणदिवे के साथ दिनेश मल्हार।
2008 में फाइनल होने के बाद कटा था मल्हार का टिकट

2008 में जब पहली बार राऊ विधानसभा का चुनाव हुआ था। तब बीजेपी ने दिनेश मल्हार का टिकट फाइनल कर दिया था। लेकिन एन वक्त पर उनका टिकट काट कर पार्टी ने जीतू जिराती को दिया गया। बताया जा रहा है कि टिकट फाइनल होने की बात पता चलते ही मल्हार के समर्थक इंदौर एयरपोर्ट पर भारी तादाद में पहुंच गए थे। लेकिन कुछ देर बाद ही उनका टिकट कटने की जानकारी समर्थकों को मिली थी तो दोगुना संख्या में समर्थक एयरपोर्ट पहुंच गए। जिसके बाद मल्हार को मनाने के लिए सीएम शिवराजसिंह चौहान, कैलाश विजयवर्गीय, भंवर सिंह शेखावत, मधु वर्मा और रमेश मेंदोला उनके घर पहुंचे थे।

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