कमलनाथ की मेजबानी में छिंदवाड़ा में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा में उमड़ा जनसैलाब Uncategorized by mpeditor - August 4, 2023August 4, 20230 कथा से पहले कलश यात्रा में 40 हजार महिलाएं शामिल हुईं, भाजपा की टेंशन बढ़ी छिंदवाड़ा – मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा यानी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ यहां बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की राम कथा का आयोजन होने जा रहा है। शुक्रवार को बड़ी संख्या में बागेश्वर सरकार के भक्त राम कथा से पहले कलश यात्रा में शामिल हुए। खास बात तो यह है कि विधानसभा चुनाव के ठीक पहले राम कथा का आयोजन पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ में हो रहा है और इसकी मेजबानी भी कमलनाथ कर रहे हैं। तो क्या बीजेपी का हिंदुत्व कार्ड कांग्रेस के पास है? बहरहाल छिंदवाड़ा में भक्तों की भीड़ बीजेपी की टेंशन जरूर बढ़ा सकती है।विधानसभा चुनाव के पहले पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ में होने वाली इस राम कथा के आयोजन शनिवार से होगा। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की राम कथा में लाखों के संख्या में भक्त पहुंचते है। वहीं, मध्य प्रदेश की सियासत में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस हिंदुत्व की राह पर कार्ड खेल रही है। ये बीजेपी के लिए बड़ा टेंशन का कारण हो सकता है।बागेश्वर सरकार की पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा पूर्व सीएम व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के गढ़ में होने जा रही है। इस आयोजन की सियासी गलियारों में चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। दरअसल, इस कथा की मेजबानी कमलनाथ कर रहे हैं तो ऐसा माना जा रहा है कि आगामी चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस हिंदुत्व कार्ड खेल रही है क्योंकि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हिंदुत्व के सबसे प्रमुख चेहरे हैं।पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में होने जा रही बागेश्वर सरकार की राम कथा से सियासी चर्चाएं तो तेज है ही, साथ में बीजेपी के लिए ये बड़ी चुनौती भी हो सकती है। क्योंकि इस राम कथा का वाचन हिंदुत्व के सबसे प्रमुख चेहरों में से एक पंडित धीरेंद्र शास्त्री कर रहे हैं। वहीं, कमलनाथ ने बीजेपी की लाडली बहना योजना की काट देने के लिए महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह देने की घोषणा कर दी है, साथ ही 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा किया है।बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री छिंदवाड़ा के सिमरिया में 5 अगस्त से 7 अगस्त तक कथा करेंगे। आयोजन स्थल पर ढाई लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। वहीं, शुक्रवार को कथा के एक दिन पहले भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें करीब 40 ह