जिस बेटी को हर जगह सम्मान मिल रहा हो, उसे ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के ब्रांड एंबेसडर से हटा देना, यह नारी जगत का अपमान – पीसी शर्मा Uncategorized by mpeditor - May 11, 2023May 11, 20230 बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान का 80% बजट सिर्फ पब्लिसिटी में खर्च हो रहा है – पीसी शर्मा भोपाल – एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि मेघा परमार ने कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए। उसके बाद मुझे भी सौभाग्य मिला। जब हमने हर-हर शंभू गीत गाने वाली सिंगर अभिलिप्सा पांडा का भोपाल में कार्यक्रम किया था। उस कार्यक्रम में भी मेघा परमार का सम्मान किया था। जिस बेटी को हर जगह सम्मान मिल रहा हो, उसे ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के ब्रांड एंबेसडर से हटा देना, यह नारी जगत का अपमान है।पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा- मैं डीपीआई में गया था, वहां लड़कियां बैठी हैं, वह मांग कर रही हैं कि उनका सिलेक्शन करके न्याय दो। उनका नारा था 1000 रुपए नहीं, रोजगार चाहिए। सब जगह यह स्थिति है, जो मध्य प्रदेश महिला अत्याचार में नंबर वन है। भाजपा की जो सोच है कि ये लोग जो बात करते हैं, भगवान श्री राम का नारा लगाते हैं, तो बोलते हैं जय जय श्री राम.. उसमें आक्रोश दिखता है, जबकि हिंदुस्तान की संस्कृति में किसी गांव में चले जाओ, तो कहेंगे जय सियाराम.. यानी सीता जी को नहीं छोड़ा जाता। उसमें से भी सीताराम में से ये लोग सीता को छोड़ देते हैं। यही प्रवृत्ति इनकी है।शर्मा ने कहा’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान का 80% बजट सिर्फ पब्लिसिटी में खर्च हो रहा है। जो लड़की एवरेस्ट पर चढ़ सकती है, उसकी हिम्मत को नहीं हराया जा सकता। हमारी बेटी मेघा हिम्मत के साथ आगे बढ़ेगी। महिलाओं की लड़ाई में कमलनाथ जी का साथ देगी। मंहगाई से परेशान महिलाएं, कमलनाथ उन्हीं की लड़ाई लड़ रहे कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ऐसी योजना बनाई, जो महंगाई से लड़ सके। महिलाएं महंगाई से परेशान हैं। डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस के दाम आसमान छू रहे हैं। इस बीच 500 रुपए में गैस सिलेंडर और 1500 प्रति महीना देने की योजना छिंदवाड़ा से शुरू की। इससे प्रभावित होकर मेघा परमार ने कांग्रेस पार्टी जॉइन की है। सरकार बनने पर इसे लागू किया जाएगा।परासिया में 25000 महिलाएं वहां उस कार्यक्रम में मौजूद थीं। इसे देख जिस बेटी ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की, उसने जमीनी हकीकत व महंगाई के हालातों को देखा होगा, तब कमलनाथ जी की लड़ाई में सहभागी बनने का निर्णय लिया होगा।