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होत न आज्ञा बिन पैसारे की तर्ज पर काम कर रही है भाजपा सरकार: के.के. मिश्रा

मिश्रा को लिखा जवाबी पत्र

भोपाल – प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को जवाबी पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में गृहमंत्री को लिखा है कि हमारे वरिष्ठतम नेता, अभूतपूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माननीय कमलनाथ जी को संबोधित आपका पत्र सोशल मीडिया के माध्यम से दिखाई दिया। आपके विचारों के लिए साधुवाद। आपको शायद यह संज्ञान में नहीं है कि आप एक प्रदेश सरकार (चाहे वह खरीदी हुई है) के गृहमंत्री के रूप में काबिज़ है, जिसने संविधान की रक्षा की शपथ ली है, हालांकि आपके व्यवहार व आचरण से कभी यह पुष्ट नहीं हो सका! अब मात्र 5-6 महीनों में देख पाना भी नामुमकिन ही है। ख़ैर?
श्री मिश्रा ने पत्र में लिखा है कि जहां तक कमलनाथ जी की हनुमान भक्ति का प्रश्न है, वह किसी के भी प्रमाणपत्र की मोहताज़ नहीं है, क्योंकि हमारे लिए धर्म, हिंदुत्व और भक्ति व्यक्तिगत आस्था का विषय है, सरकार बनाने, बचाने और आर्थिक समृद्धि का माध्यम नहीं? लिहाजा, हमारे नेता को राजनैतिक आधार पर लिखा गया आपका पत्र अप्रासंगिक है।
श्री मिश्रा ने पत्र में लिखा कि व्यक्तिगत तौर आपसे विनम्रतापूर्वक हनुमान भक्ति का विश्लेषण करते हुए सरकार के प्रवक्ता और गृहमंत्री ने नाते आपसे पूछना चाहूंगा कि:-
(1) हनुमान जी ने तो माता सीता के हरण के बाद रावण की सोने की लंका जला दी थी, मप्र में हमारी कई लाडली बहनों का अपहरण, बलात्कार, गैंगरेप के बाद में उनकी हत्याएं हो रही हैं, गृहमंत्री ने नाते भी आप खामोश?
(2) मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के भाई लक्ष्मण जी के बेहोश होने पर हनुमान जी संजीवनी पर्वत उठा कर ले आए, आपकी सरकार आयुष्यमान भारत, नर्सिंग घोटालों, दवाइयां खरीदी जैसे मामलों में आकंठ भ्रष्टाचार में लिप्त है, माननीय उच्च न्यायालय की गंभीर टिप्पणियां इसकी प्रमाण हैं, आप खामोश?
(3) हनुमान चालीसा की चौपाई में लिखा है ‘राम दुलारे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिन पैसारे’ आपकी सरकार ने इसे दूसरे रूप में अंगीकार कर लिया है ‘होत ना आज्ञा बिन पैसारे’ यानी ‘बिना पैसे के कोई ऑर्डर (आदेश) नहीं हो पा रहे हैं, आप खामोश?
(4) क्या आपकी बगल में बैठने वाले अब ‘राष्ट्रवादी’ माननीय ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा गत दिनों बजरंग दल को लेकर दी गई टिप्पणी से आप सहमत हैं?
(5) पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के नेटवर्क के लिए मदद करने वाले बजरंग दल से जुड़े सतना के मुख्य आरोपी बलरामसिंह, जो मप्र, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे पांच राज्यों में अपना नेटवर्क चला रहा था, क्या बजरंग दल इसी तरह की ‘राष्ट्रसेवा’ करता है? आप कुछ कहेंगे? गृहमंत्री जी, मुझे आशा है, आप मुझ जैसे अकिंचन नागरिक को उक्त उल्लेखित हकीकत से सरकार के जागरूक प्रवक्ता और गृहमंत्री के नाते अवगत कराएंगे ताकि आमजन की जिज्ञासाएं भी शांत हो सकें।

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