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18 साल का ठगराज, घोटालाराज – शिवराज: सुरेन्द्र राजपूत

18 साल आदिवासियों पर अत्याचारराज, 18 साल का अबोध बालिकाओं पर दुराचारराज – शिवराज: सुरेन्द्र राजपूत

भोपाल – अभा कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री सुरेन्द्र राजपूत ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि रोज सोचता हूं कि मप्र के 18 साल के शिवराज शासनकाल का कोई तो अच्छा काम होगा, जिस विषय मैं आप साथियों से वार्ता करूंगा। पर मैं हर रोज गलत साबित हो जाता हूं। हर रोज शिवराज सरकार का भ्रष्टाचार, अनाचार, दुराचार खबर की शक्ल में सामने आ जाता है।
आज आदिम जाति कल्याण विभाग का भ्रष्टाचार सामने आ गया, जिसमें 10 करोड़ रू. का घोटाला हुआ है, जिसमें 7 साल से सह-आयुक्त रहे आठ अफसरों पर न्यायालय ने भी भ्रष्टाचार का केस दर्ज करने का आदेश जारी किया है, जिसमें न्यायालय ने कहा कि नियम विरूद्व उन्होंने खाते से ही आहरण राशि जारी रखी। क्या मुख्यमंत्री शिवराज जी का सभी तरह के भ्रष्टाचारियों को सरंक्षण प्राप्त है कि अधिकारी खुलेआम नियम विरूद्व खाता खोलते थे और उससे राशि खुदी राशि निकालते थे। शिवराज जी ये पैसा किसको जाता था। कहीं ये पैसा सिंधिया वाले गद्दारों को खरीदने के काम तो नहीं आता था।
शिवराज जी आपके शासन में तो आदिवासियों पर अत्याचार की और आदिवासी विभाग में अत्याचार की पराकाष्ठा हुई है। विदित है कि मप्र में सबसे अधिक आदिवासी समाज के लोग अनादिकाल से रह रहे हैं, किंतु पिछले 18 सालों की शिवराज सरकार में विभत्स यातना, अमानवीय प्रताड़ना और आत्मा को छलनी करने वाले कुकृत्यों के शिकार हैं और शिवराज सरकार इसके लिए जिम्मेदार है। सत्ता के नशे में मदमस्त भाजपा नेताओं ने आदिवासी समाज के खिलाफ नशपिशाची कृत्यों की सारी हदें पार कर दी हैं। कभी आदिवासी समाज के लोगों को अपमानित करने के लिए सरेआम निर्ममता से उनके ऊपर पेशाब करते है और उसका वीडियो बनाकर वायरल भी करते हैं। कभी आदिवासियों के खिलाफ प्रतिशोध की आम में जल रही शिवराज सरकार विदिशा में आदिवासियों पर गोली दागते है और आदिवासी समाज के युवक को मौत के घाट उतारते हैं। कभी शिवराज सरकार आदिवासियों के जिलों में ऐसा अनाज बांटती है जो जानवरों के खाने लायक भी नहीं है।
क्या शिवराज सरकार में आदिवासी जानवरों से भी बदतर हो गये हैं? कभी शिवराज सरकार आदिवासी भाईयों के 3.22 लाख से अधिक वनाधिकारी पट्टे निरस्त करती है और आदिवासियों को दरबदर भटकने पर मजबूर करती है।
आदिवासी समाज अपने स्वाभिमान के लिए जल, जगंल, जमीन की लड़ाई लड़ रहा है। इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी आदिवासी समाज के साथ दृढ़ता के साथ खड़ी है। आदिवासी समाज पर अत्याचार की लिस्ट लंबी है। इसमें कुछ निम्न हैं:-

भाजपा नेता ने 18 सितम्बर 2023 को आदिवासी के साथ अनूपपुर में बर्बरता की।
मार्च 2023 में महूं में आदिवासी युवती के साथ गैंगरेप और हत्या का मामला सामने आया।
02 फरवरी 2023 को ट्रेक्टर से बांधकर आदिवासी समाज के युवक को घसीटा गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
10 अगस्त 2022 को विदिशा में वन विभाग की गोलीवारी में एक 32 वर्षीय आदिवासी युवक की मौत हो गई।
जुलाई 2022 में जमीनी विवाद में आदिवासी महिला को

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