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आढ़तियों की जगह निजी भूमि के दुकानदारों को आवंटित की सब्जी मंडी काम्प्लेक्स की दुकानें

आढ़तियों की जगह निजी भूमि के दुकानदारों को आवंटित की सब्जी मंडी काम्प्लेक्स की दुकानें
T दुकानदारों ने पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक भार्गव से मुलाकात कर दुकान दिलाने की मांग की

रहली – नगर पालिका परिषद द्वारा मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास अंतर्गत बनाए सब्जी मंडी सह शॉपिंग काम्पलेक्स में मूल विस्थापितों (आढ़तियों) की बजाय निजी भूमि से विस्थापित दुकानदारों को दुकानें आबंटित की गई हैं। आढ़तियों ने पूर्व मंत्री व विधायक गोपाल भार्गव से मुलाकात कर दुकान आबंटित किए जाने की मांग की है। जिस स्थल पर काम्पलेक्स बना है वहां पर सब्जी आढ़त की दुकानों के साथ रविवार के हाट बाजार की दुकानें लगती थीं।
काम्पलेक्स निर्माण एवं सेल्फी प्वाइंट निर्माण के कारण आढ़त की दुकानें, सेल्फी प्वाइंट के पास की दुकानों का विस्थापन किया। दुकानदारों को काम्पलेक्स में दुकानें आबंटित किए जाने का आश्वासन दिया। आढ़त की दुकानें कुछ दिन कृषक स्टेडियम में संचालित होने के बाद कृषि उपज मंडी में संचालित होने लगीं, जबकि हाट बाजार पहले जिला सहकारी बैंक के पास संचालित हुआ और बाद में गांधी प्रतिमा से एसडीएम बंगले तक संचालित हो रहा है। पिछले माह काम्पलेक्स की दुकानों के आबंटन की प्रक्रिया की गई। जिसमें दुकानें उन दुकानदारों को आबंटित कीं, जो पुराने ब्लॉक ऑफिस परिसर की निजी भूमि में संचालित हो रहीं थी। दुकानें न तो आढ़त दुकानदारों को मिलीं और न ही सेल्फी प्वाइंट के पास के दुकानदारों को। हाट बाजार भी सड़क पर ही संचालित हो रहा है।
दुकानें आवंटित न होने पर आढ़तियों ने कोर्ट की शरण में जाने की भी बात भी कही। रविवार रात मनोज शांडिल्या, दिलीप दीक्षित, अर्जुन ठाकुर, राजकुमार यादव, माखन प्रजापति, अजय ठाकुर आदि दुकानदारों ने पूर्व मंत्री व विधायक से मुलाकात कर कहा कि हम लोगों को भी नए काम्पलेक्स में दुकानें आवंटित की जाएं। इस संबंध में नगर पलिका अध्यक्ष देवराज सोनी का कहना है कि जिन्हें दुकान लेना है वे टेंडर प्रक्रिया में भाग लें। आढ़त पहले सब्जी मंडी की जगह में चलती थी, फिर स्टेडियम में चली गई। आढ़त की दुकानें शहर में चलने का प्रावधान नहीं है। जिस संस्था ने रजिस्ट्रेशन किया, वह संस्था जगह दे। मंडी ने लाइसंेस बनाया, मंडी ही कर लेती है। अभी तक आढ़त शहर में चलती रही यह लापरवाही है।

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