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उत्तरप्रदेश के साथ गुजरात में हो सकते हैं चुनाव, विधानसभा भंग होने का हो रहा विचार

नई दिल्ली- भारत में चुनावों के लिहाज से 2022 बेहद महत्वपूर्ण साल होने वाला है. इस साल कई उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे. इन चुनावों को 2024 में लोकसभा चुनााव के सेमी फाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. इसी बीच एक हिंदी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात में भी उत्तर प्रदेश के साथ ही फरवरी या मार्च में चुनाव हो सकते हैं. वही सूत्रों के हवाले से अखबार ने लिखा है कि बीजेपी इस बार बिना की सीएम चेहरे के भी चुनाव में उतर सकती है.

माना जा रहा है कि अगर उत्तर प्रदेश में चुनाव पहले हुए और उसके नतीजे अच्छे नहीं आए तो इसका असर गुजरात के चुनाव पर पड़ सकता है. इसीलिए दोनों राज्यों में एक साथ चुनाव करवाने पर विचार हो सकता है. इसके साथ ही कहा जा रहा है कि गुजरात में मंत्रिमंडल विस्तार या नेतृत्व परिवर्तन की बजाय विधानसभा भंग होने के आसार नजर आ रहे हैं.

प्रदेश पार्टी प्रमुख को लेकर है नाराजगी
गुजरात में इस वक्त प्रदेश बीजेपी की कमान सीआर पाटिल के हाथ में है. पाटिल का पन्ना प्रमुख मॉडल राज्य में सफल नहीं हुआ. पहले से नाराज चल रहे कार्यकर्ताओं को इसका जिम्मेदारी सौंपी गई. इसका नतीजा यह हुआ कि इनके काम काज में ढील देखने को मिली. अब पार्टी को लग रहा है कि इसी आपसी मनमुटाव और काम में ढील चुनाव में प्रदर्शन पर असर डाल सकती है.

वैसे बता दें कि इससे पहले गुजरात में साल 2002 में गोधरा दंगों के बाद विधानसभा भंग की गई थी. साल 2002 में तय समय से आठ महीने पहले चुनाव करवाए गए थे. 2002 में राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सावल उठे थे लेकिन नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और हिंदुत्व दोनों का बीजेपी को फायदा हुआ.

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