You are here
Home > MP > गेहूं की समर्थन मूल्य खरीदी में अव्यवस्था, नाराज किसानों ने किया जाम

गेहूं की समर्थन मूल्य खरीदी में अव्यवस्था, नाराज किसानों ने किया जाम

रतलाम। मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के दौरान भारी अवस्था देखने को मिल रही है। कहीं पर तो उन कांटों की कमी है तो कहीं पर इतने छोटे कांटे लगाए गए हैं कि तुलाई का काम बहुत धीमा हो रहा है।
इन अव्यवस्थाओं के कारण किसानों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
रतलाम में 2 दिन पहले किसानों ने खाचरौद रोड स्थित केंद्र पर आक्रोश व्यक्त कर सड़क पर जाम किया था। मंगलवार दोपहर करीब 12 इटावा माताजी रोड पर भी किसानों ने तो व्यवस्था को लेकर नाराजगी दिखाई। शाम करीब चार बजे सालाखेड़ी खरीदी केंद्र पर किसान तौलव्यवस्था को लेकर नाराज हो गए। आक्रोशित किसानों ने महू-नीमच हाईवे पर बैठकर धरना दिया और जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर संजीव पांडे मौके पर पहुंचे और किसानों से चर्चा कर जाम खुलवाया। किसानों का कहना है कि खरीदी केंद्रों पर छोटे तौल कांटों पर तुलाई की जा रही है। ट्रैक्टर ट्राली से 50- 50 किलो के कट्टे में भरकर तौल किया जा रहा है । एक ट्राली तुलने में 2 से 3 घंटे तक लग जाते हैं।
एक दिन में आठ से दस ट्रैक्टर ट्राली का ही गेंहू तुल पा रहा है, किसी केंद्र पर तो दो-चार ट्राली ही गेहूं तुल पा रहा है । इस कारण किसानों को दो-दो दिन इंतजार करना पड़ रहा है। सालाखेड़ी वेयर हाउस पर चार दिन से ट्रैक्टर की लाइन लग रही है, लेकिन तौल कांटा चालू नहीं किया। प्रतिदिन 1500 क्विंटल माल तोलने का नियम है। मनमानी कर 100 से 200 क्विंटल ही तौल रहे हैं।
सोमवार को आक्रोशित किसानों ने वेयर हाउस केंद्र प्रभारी शर्मा को खरी खोटी सुनाई मथी तथा ट्रैक्टर फोरलेन पर लगा कर करीब आधा घंटा फोरलेन जाम किया।
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने बताया था कि किसान परेशान हो रहे है, इसलिए केंद्र पर समस्या सुनने आए है। केंद्र पर गेहूं से भरे वाहनों की कतार लगी है और किसान परेशान हो रहे है। समिति प्रबंधक, केंद्र प्रभारी आदि अधिकारियों से चर्चा कर उन्हें किसानों की समस्या से अवगत कराकर बड़े कांटे से तुलाई करने के लिए कहा है। भूरिया ने कहा कि शासन प्रशासन जानबूझकर किसानों को परेशान कर रहा है। केंद्रों (वेयर हाउस) पर बड़े कांटे है तो उनसे तुलाई क्यों नहीं कराई जा रही है। वहीं एक क्विंटल पर दो-दो किलो गेहूं काटा जा रहा है, जबकि सुखा गेहूं आ रहा है। कटौती बंद करो। जल्दी से जल्दी किसानों से खरीदी करें, ताकि वे समय पर घर जा सके।

Top