बारिश का सिलसिला थम नहीं रहा, 88 दिनों में से 68 दिन पानी गिरा Uncategorized by mpeditor - September 17, 2022September 17, 20220 भोपाल समेत प्रदेशभर में बारिश का सिलसिला थम नहीं रहा है। रेनी डेज के हिसाब से इस बार यह सबसे लंबा मानसून सीजन हो चुका है। भोपाल में मानसून ने 20 जून को दस्तक दी थी। तब से शुक्रवार तक 88 दिन बीत चुके हैं। हालत यह है कि इन 88 दिनों में से 68 दिन पानी गिरा है। जुलाई में सबसे ज्यादा दिन पानी बरसा। इस बार की बारिश ने मानसून सीजन की कुल बारिश के तीन बड़े रिकॉर्ड भी तोड़े। यह रिकॉर्ड 2006, 2016 और 2019 में हुई सबसे ज्यादा बारिश के रिकॉर्ड थे। मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला ने बताया कि इस बार के रेनी डेज अब तक सबसे ज्यादा हैं। यह नया रिकॉर्ड है। भोपाल में अब तक सीजन की बारिश का आंकड़ा भी 74 इंच पहुंच चुका है। 1973 की सबसे ज्यादा 74.82 इंच बारिश का रिकॉर्ड भी टूटने की पूरी संभावना है। अब तक 74 इंच बारिश, 1973 की सबसे ज्यादा 74.82 इंच बारिश का रिकॉर्ड टूटने की कगार पर मानसून में ज्यादा दिन का ब्रेक नहींमौसम विशेषज्ञ शैलेंद्र कुमार नायक ने बताया कि इस बार लंबा मानसून ब्रेक नहीं हुआ, यानी मानसून ट्रफ लाइन ज्यादा दिन तक हिमालय की तराई में नहीं गई। इस कारण इस बार लगातार मानसूनी सिस्टम सक्रिय रहे। इनका असर भोपाल समेत मध्यप्रदेश में होता रहा। कुछ और वजह ये भीनायक के मुताबिक हमारे यहां बंगाल की खाड़ी में बनने वाले लो प्रेशर एरिया का सबसे ज्यादा असर होता है। इस बार यहां जितने भी लो प्रेशर एरिया बने, वे सही ट्रैक से ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ होते हुए मप्र पहुंचे। ये सिस्टम स्ट्रांग भी थे और इनकी इंटेंसिटी भी ज्यादा थी। दो-तीन दिन में एक और मानसूनी सिस्टम बन रहा है मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दो-तीन दिन में बंगाल की खाड़ी में एक और मानसूनी सिस्टम बन र हा है। अभी स्पष्ट नहीं है कि यह कितना स्ट्रांग होगा, लेकिन अनुमान है कि इसका बहुत ज्यादा असर यहां नहीं होगा।