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आदिवासियों पर घोटालों का अत्याचार, ग्वालियर में मोदी जी का झूठा प्रचार – रागिनी नायक

तू जिंदा है, तू जिंदगी की जीत में यकीन कर, अगर कहीं हैं स्वर्ग तो कांग्रेस लायेगी, तेरे लिए उतारकर – रागिनी नायक

भोपाल – अभा कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि आज दुर्गा मां और उनके नौ रूपों वाले सभी देवियों को उनकी नवधा शक्ति और श्रुद्धालुओं की नवधा भक्ति को प्रणाम करते हुए कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदेश के हर निवासी को देश के हर निवासी को दुर्गा अष्टमी की मैं मन की गहराइयों से शुभकामनाएं देती हूं और आज बहुत ही गंभीर विषय से पत्रकार वार्ता शुरू करूंगी और उसके बाद एक बड़े ही हास्यास्पद विषय पर लेकर जाऊंगी। दिल्ली की तरफ भी थोड़ा सा रुख करेंगे तो देखिए 22 प्रतिशत आदिवासी बहन-भाइयों की आबादी वाला क्षेत्र मध्य प्रदेश आदिवासियों के उत्पीड़न और शोषण में नंबर एक स्थान पर है। पूरे देश में आदिवासियों के प्रति जो जुल्म-ओ-सितम का दौर है, जो अत्याचार और अपराध का दौर है, शिवराज सिंह सरकार के 18 साल के कार्यकाल में उसने दिन दोगुनी-रात चौगुनी तरक्की की है। और अपनी बात मैं आदिवासी भाई बहनों को आप सभी के माध्यम से ये कहते हुए शुरू करना चाहती हूं कि –

तू जिंदा है, तू जिंदगी की जीत में यकीन कर,
अगर कहीं हैं स्वर्ग तो कांग्रेस लायेगी तेरे लिए उतारकर,
ये ग़म के और चार दिन सितम के और चार दिन,
ये दिन भी जायेंगे गुजर, गुजर गये हजार दिन,
गिरेंगे जुल्म के महल, बनेंगे फिर नवीन घर,
अगर कहीं है, स्वर्ग तो हम लायेंगे उतारकर,

और मुझे यह इसलिए कहना पड़ रहा है क्योंकि अभी कुछ दिन पहले ही 10 करोड़ का घोटाला वन विभाग का हमने उजागर किया था। एक सप्ताह नहीं बीता और एक 500 करोड़ के संभावित घोटाले की ओर अब हमें नजर करनी ही पड़ेगी। तो मध्य प्रदेश में हुआ यूं कि पहली बार इतिहास में वन विभाग ने पौधारोपण से लेकर, गड्ढा खोदने से लेकर, वन संरक्षण से लेकर, कैंपा फंड से संबंधित हर काम जो है वह ठेकेदारों को सौंपने का निर्णय कर लिया, तो विजय शाह जी जो घोटाला करने के मामले में बहुत मशहूर हैं, वह चाह रहे थे कि पिछले 2 सालों से यह निर्णय हो जाए और लगे थे एड़ी चोटी का जोर लगाने। वन विभाग के अफसर किसी न किसी तरीके से उसे रोकने की कोशिश कर रहे थे, जैसे ही चुनाव पास आया तो आचार संहिता से 3 दिन पहले चुपके से यह निर्णय लिया गया और करीब 1445 करोड़ की ठेकेदारी को वन व्यवस्था में सुनिश्चित कर दिया गया, यह सारा काम जो होता था अब ठेकेदार करेंगे तो इससे आदिवासियों को क्या नुकसान है मैं आपको समझाती हूं। सबसे पहले जो जहां-जहां शिवराज सरकार में ठेकेदारी हुई है, वहां-वहां 50 प्रतिशत की कमीशनखोरी हुई है।
दूसरी बात जो रोज का 370 रू. का मेहनताना आदिवासियों को मिलता है वह करीब साल भर में 500 करोड रुपए होता है अब इस 500 करोड रुपए को किस तरह से इस्तेमाल करना है। जो वहां के क्षेत्रीय आदिवासी भाई बहन हैं उनको यह लाभ मिलेगा कि नहीं मिलेगा, यह अब कौन निर्धारित करेगा यह सरकार निर्धारित नहीं करेगी, यह ठेकेदार निर्धारित करेंगे। जैसा कि आप सब लोग बहुत अच्छे से जानते हैं ठेकेदारी व्यवस्था जहां पर आती है, वहां मुनाफाखोरी की व्यवस्था होती है। किसी के कल्याण की व्यवस्था नहीं होती तो अगर कम में मजदूर मिलेगा तो वहां के आदिवासियों का क्या होगा?
उनकी जेब काटने और पेट काटने का काम शिवराज सिंह सरकार के मंत्री ने किया है और मैं बताना चाहती हूं कि इसी तरह की ठेकेदारी की व्यवस्था पूरे देश में दो जगह पर है। एक मोदी जी और भाजपा द्वारा शासित गुजरात में और दूसरी भाजपा की पिछली सरकार जो कर्नाटक में काम कर रही थी और वहां उन्होंने क्या किया? सरकार जब तक इन ठेकेदारी व्यवस्था को नहीं लाई तो जो नया पौधा लगाया जाता था उसकी 7 से 11 साल तक की देखभाल का काम सरकार के हाथों में होता था। जैसे ही ठेकेदारी व्यवस्था आई तो उन्होंने कह दिया कि हम सिर्फ 01 साल तक ही देखभाल करेंगे तो जो 10 साल का काम है वह वन विभाग को करना पड़ा और पैसा ठेकेदार ले गया, करोड़ों का नुकसान हुआ और इसी की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी होगा।
मप्र मंे 172 नर्सरी ऐसी हैं जहां पर वृक्षारोपण-पौधारोपण हो चुका है। अमूमन यहां 3 से 4 साल पौधे की देखभाल की जाती थी, अब जो ठेकेदारी की व्यवस्था आई है सीधे-सीधे ठेकेदार यह कह देंगे कि पौधारोपण का काम तो पहले हो गया है, हमारा कोई लेना देना नहीं है। प्रदेश के स्तर पर 100 करोड रुपए का लॉस होगा, घाटा होगा। याद रखिए 4 लाख करोड़ का कर्ज मध्य प्रदेश पर पहले से है। यह 100 करोड़ का घाटा उसमें और जोड़ लीजिए और इसी के साथ उसमें 500 करोड़ रूपया ठेकेदारों की जेब में डालने का काम सरकार ने किया है। उससे आदिवासियों को कितना नुकसान होगा, यह भी हमें अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए।
राहुल गांधी एक तरफ लगातार यह बात कह रहे हैं आदिवासी मूलनिवासी हैं देश के, आदिवासी पहले हकदार हैं, पहले मालिक हैं देश की संपत्ति के संपदा के, देश की जमीन के, जंगलों के, नदी पहाड़ और झरनों के। इसके ठीक विपरीत भारतीय जनता पार्टी, संघ और उनकी तमाम सरकारें लगातार आदिवासियों को वनवासी बोलकर इन्हें जंगलों तक सीमित करना चाहती हैं और इसके तमाम उदाहरण हमें देखने को मिलते हैं:-
मैं सबसे पहले वन विभाग की ही बात कर लेती हूं। एक तरफ तो तेंदु पत्ता संग्रहण जो होता है एक बोरे का 3000 रू. दे रही है शिवराज सिंह सरकार, एक बोरे में करीब 50 हजार पत्ते होते हैं, एक गड्डी में 50 पत्ते और इस तरह की करीब 1000 गड्डियां बोरी में होती हैं, इस एक बोरी के शिवराज सरकार 3000 रू. दे रही है, जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार 4000 रू. दे रही है। राहुल जी, प्रियंका जी ने कहा है कि हम मप्र में कांग्रेस की सरकार आते ही यहां हम 4000 रू. देंगे। 3000 रुपए दे रही है शिवराज सरकार पड़ोस के राज्य से 1000 रू. कम दे रही है। उसके बाद मजबूर कर रही है की छाता खरीदो, साड़ी खरीदो, जूता खरीदो, चप्पल खरीदो और उसमें भी 10 करोड़ का घोटाला कर देते हैं विजय शाह। जो 140 रुपए का छाता बाजार में मिलता है, आदिवासियों के कल्याण का नाटक और पाखंड करके वही छाता 229 रुपए में आदिवासियों को बेचा जाता है और बीच का कमीशन खाया जाता है।
जब पूछा गया कि आप 500 करोड़ का घोटाला क्यों करना चाहते हैं, आदिवासियों के साथ इतना न्याय क्यों करना चाहते हैं, फोन पर पूछा पत्रकारों ने तो विजय शाह जी ने बोल दिया की जो छापना है छाप लो मैं किसी से नहीं डरता। यह घृष्टता है शिवराज सिंह चौहान के मंत्रियों की। जेब काटेंगे, पैसा लूटेंगे, धोखाधड़ी करेंगे, कमीशन खाएंगे, मुनाफाखोरी करेंगे और ये कहने की जुर्ररत दिखाएंगे कि जो चाहे बिगाड़ लो हम किसी से नहीं डरते, जो छापना है छाप लो। यह ना सिर्फ जनता का अनादर है, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का भी अनादर है, पत्रकार भाई बहनों का भी अनादर है।
मैं याद दिलाना चाहती हूं मीना सिंह मांडवे, जो आदिम जाति कल्याण मंत्री हैं, उन्होंने खुद स्वीकार किया था कि जो कन्या विवाह की योजना चलती है, आदिवासी क्षेत्रों में उसमें हम घटिया से घटिया निम्न स्तर की सामग्री बांटते हैं।
9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस कांग्रेस सरकार ने छुट्टी घोषित की, शिवराज सिंह जी आए उन्होंने उस अवकाश को तुरंत खारिज कर दिया।
सीधी का पेशाब कांड पूरे देश ने देखा, भर्त्सना की, निंदा की, इन्होंने पैर धोने का नाटक तो कर दिया, मगर सच में अगर वह आदिवासियों का उत्थान चाहते तो आदिवासी भाई जिसके साथ इतनी बेशर्मी से पेश आये है उसे सीधी से चुनाव लड़वाते तो हम मानते कि आप कितना आदिवासी उत्थान और सशक्तिकरण में विश्वास रखते हैं।
तमाम ऐसी बातें में आपको गिनवा सकती हूं भाजपा मंडल के एक आदमी ने बबलू गोंड को चप्पलों से पीटने का काम किया।
विदिशा में आदिवासियों के ऊपर गोलियां चलाईं।
आदिवासियों के तीन लाख 22 हजार पट्टे निरस्त किए।
मऊ में आदिवासी युवती का रेप हुआ, गैंगरेप के बाद वीडियो वायरल हो जाता है पर कार्रवाई नहीं हो पाती।
कटनी में आदिवासी युवती का बलात्कार होता है सिर कुचला जाता है और उसे नाले में फेंक दिया जाता है, तीन दिन बाद लाश मिलती है तो पता लगता है, परिवार कहता है कि एफआईआर दर्ज नहीं होती।
कहीं टेªक्टर से बांध कर आदिवासी युवकों को पीट रहे हैं, कहीं जूतों की माला पहना रहे हैं और कहीं पूरा परिवार जमीन में गाड़ दिया जाता है।
मध्य प्रदेश में यह जो आदिवासी भाई बहनों का सूरते हाल है, उसे खत्म करने के लिए कांग्रेस की सरकार आ रही है और में आश्वस्त करती हूं कि एक नया युग, जैसा कि मैंने कहा हम लायेंगे आदिवासियों के लिए, अगर कहीं हैं स्वर्ग तो इसी मध्य प्रदेश की धरा पर उतारकर लायेंगे, यह वादा आज कांग्रेस पार्टी आपसे करके जा रही है मैं चाहती हूं कि जो 22 प्रतिशत हमारे आदिवासी भाई-बहन हैं वह शिवराज सिंह चौहान को जल्द से जल्द बाहर का रास्ता दिखाएं।
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मोदी जी के लिए कहा:-

दिल्ली से आता है बार-बार, बोलता है तो लगता है जुमले का सरदार बोलता है,
उसे और कुछ आता हो ना हो, वह झूठ बहुत शानदार बोलता है।

तो पिछले 10 महीनों में 10 बार आ गए मोदी जी मध्य प्रदेश के नाम चिट्ठि लिखी, पत्र लिखा। कल आए सिंधिया स्कूल में 125 वां साल था, भाषण बाजी बयान बाजी करके गए। बहुत लंबा नहीं बोलूंगी उसके ऊपर क्योंकि जितना झूठ बोल चुके हैं जनता जान गई है उनके जुमलेबाजी को, उनके ढोल का पोल खुल चुका है। पर जो टास्क लेकर गए, वहां विद्यार्थियों को 9 टास्ट देकर गये और कहा आप इन टास्क को पूरा करिये। तो में उन टास्क की क्या सच्चाई है मैं बताना चाहती हूं कि थोड़ी सी उस पर भी चर्चा हो जानी चाहिए।

  1. उन्होंने कहा कि जल संरक्षण कीजिए, साफ-सफाई रहे, जल स्वच्छ हो, तो मुझे याद आ जाता है 2014 में मोदी जी ने कहा था कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है। गंगा पुत्र 2 हजार करोड़ रूपया नमामि गंगे प्रोजेक्ट में लगाते है और तमाम रिपोर्ट यह कहती हैं कि जो नालों का प्रवाह है गंगा जी में वह बढ़ता ही जा रहा है, 2014 से 2023 तक 9 साल में गंगा जी और विषाक्त हुई हैं, उनका पानी पीने के या सेवन के योग्य नहीं बचा है, यह गंगा पुत्र ने करके दिखाया है। इसलिए कहते हैं ‘‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे।’’ नौजवानों से जल संरक्षण की बात करते हैं और हम नमामि गंगे प्रोजेक्ट कि विफलता का ठीकरा हम मोदी जी के सर पर फोड़ते हैं। यह भी मत भूलिएगा कि 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दिया था अभी गंगाजल पर।
  2. अब अगले पॉइंट पर आते हैं कि डिजिटल लेनदेन में गांव में जाकर गांव वालों को सजग कीजिए और अभी 2 – 3 दिन पहले मैंने प्रेस वार्ता की और बताया था कि मध्य प्रदेश के 89 प्रतिशत स्कूलों में इंटरनेट की व्यवस्था नहीं है और ये डिजिटल लेनदेन की बात करते हैं 57 प्रतिशत स्कूल ऐसे हैं जहां पर बिजली नहीं है, ये डिजिटल लेनदेन की बात करते हैं, यूनेस्को की एक रिपोर्ट बताती है कि कंप्यूटर की शिक्षा में मध्य प्रदेश सबसे निचले पायदान पर खड़ा है और ये डिजिटल लेनदेन की बात कर रहे हैं। सिंधिया स्कूल के तामझाम में जाकर भाषण देना बहुत आसान है, पर मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था और युवाओं के ऊपर बोलना, उनके बीच में जाकर खड़ा होना, मैं समझती हूं वह उतना ही मुश्किल है मोदी जी के लिए जितना की प्रेस वार्ता करके पत्रकारों के सवालों के जवाब देना होता है।
  3. आगे बढ़ते हैं स्वच्छता में नंबर वन है इंदौर, अरे मोदी जी यह भी तो बताते कि कुपोषण में नंबर वन है मध्य प्रदेश, यह भी बताते की महिला अपराधों में नंबर वन है मध्य प्रदेश, यह भी बताते कि रोज हो रहे 18 बलात्कार देश में सबसे ज्यादा बलात्कारों की संख्या है, उसमें भी नंबर वन है मध्य प्रदेश, यह भी बताते हैं की नाबालिक बच्चों की ह्यूमन ट्रैफिकिंग में, नाबालिक बच्चों के बलात्कार में, नाबालिक बच्चों के कुपोषण में, तीनों में नंबर एक है मध्य प्रदेश, बच्चों की मृत्यु दर में नंबर वन है मध्य प्रदेश। पर ऐसा कुछ नहीं बताया उन्होंने। यह सब तो उन्होंने कारपेट के नीचे दरी के नीचे कर दिया। ‘‘मीठा-मीठा गप-गप कड़वा कड़वा थू-थू,’’
  4. फिर आ गए ‘वोकल फॉर लोकल’ यानि ‘मेक इन इंडिया’ पर। मोदी जी जरा तथ्य देख लीजिए ‘मेड इन इंडिया’ को ‘मेड इन चीन’ बना दिया। योग दिवस देख लीजिए उसमें जो दरियां बिछती हैं वह भी आप चीन से मंगवाते हैं। तो कांग्रेस के समय में जो इंपोर्ट होता था, चीन से जो सामान आता था:- 2,71000 करोड़ का इंपोर्ट होता था चीन से, और जब से मोदी जी का शासन आया है 5,73000 करोड़ का इंपोर्ट हो गया है, 70 प्रतिशत चीनी इंपोर्ट बढ़ा दिया है मोदी जी ने और उसके बाद ‘मेड इन इंडिया’ की बात करते हैं।
  5. ‘लोकल फॉर वोकल’ का पाठ पढ़ा रहे है और आगे बढ़ते हैं, कह रहे हैं पहले भारत घूमो फिर विदेश जाना तो हवाई चप्पल पहन के हवाई जहाज में तो कोई क्या उड़ेगा जो देश में घूमने के लिए रेलवे है, रेलगाड़ी है उसमें आपने 15 प्रतिशत तक का किराया बढ़ा दिया अभी 22 अक्टूबर की बात है। कोई भी सरकार 15 रूपये बढ़ाने में गुरेज करती है और आपने 15 प्रतिशत किराया बढ़ा दिया फिर कहते हैं देश घूमों।
  6. मोदी जी कहते हैं नेचुरल फार्मिंग, ऑर्गेनिक फार्मिंग करवाइए। अरे भैया यहां 45 लाख किसान ऐसे हैं, जिनकी सोयाबीन की फसल नष्ट हो गई, खत्म हो गई, बर्बाद हो गई। किसान बैठा है कि मुआवजा मिले लेकिन शिवराज सरकार ने सर्वे नहीं करवाया, आप ऑर्गेनिक और नेचुरल फार्मिंग की बात कर रहे हैं। कोई पूछे कि किसान की कर्जा माफी के बारे में क्या कहना है आपका, यूपीए सरकार ने 72000 की कर्ज माफी की, आपकी सरकार ने कितनी कर्ज माफी की तो वह जवाब नहीं मिलेगा, होठ सिल जायेंगे। मुआवजा नहीं देंगे पर नेचुरल फार्मिंग की बात करेंगे।
  7. फिर कहते हैं मिलिट्स को अपनाईयें। कांग्रेस कह रही है कि पहले धान और गेहूं का एमएसपी बढ़ाईयें। धान और गेहूं का एमएसपी तो बढ़ा नहीं रहे हैं और कह रहे कि मिलिट्स को अपनाइए। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि हम 2500 और 2600 देंगे धान और गेहूं का और 3000 तक लेकर जाएंगे एमएसपी को अपने कार्यकाल में। वो कहने की आपमें हिम्मत नहीं और आप यहां जुमलेबाजी करते हैं।
  8. स्पोर्ट खेलिए और योगा करिए, अपने आप को तंदुरुस्त रखिये। मोदी जी आपके ज्ञान के लिए बता देती हूं क्योंकि आपकी और शिवराज सिंह जी की बातचीत लगता है हो नहीं रही है। थोड़ी क्रिटिकल दृष्टि की भी रखिए और देखिए की प्रदेश में हो क्या रहा है। तो पोषण अभियान जन आंदोलन की रिपोर्ट कहती है कि मध्यप्रदेश में 66 लाख बच्चे हैं, जिनमें से 6 साल तक के 51 प्रतिशत बच्चे बौने हैं कुपोषण के कारण। यानि 66 लाख बच्चों में से 51 प्रतिशत बच्चे यानि 33-34 लाख बच्चे बौने हैं। आप कह रहे हैं स्पोर्ट करिये, योगा करिये, फिट रहिये, बच्चों को खाने को नहीं है, इतना तो आपकी 18 साल की सरकार कर नहीं पायी और आप बढ़े-बढ़े प्रवचन दे रहे है।
  9. अंतिम बात तो सबसे हास्यास्पद है। मोदी जी कह रहे है कि गरीब की मदद करिए जाकर और कांग्रेस पार्टी ने हमेशा कहा कि राजनीति का मकसद होना चाहिए अंतिम व्यक्ति के आंसू पोंछना। आप कह रहे हैं गरीब की मदद करिये और खुद बना रहे हैं देश को भुखमरी में विश्व गुरु। ग्लोबल हंगर इंडेक्स के हिसाब से 125 देश में से 111 नंबर भारत का हो गया है और आपकी एक मंत्री है जिनका नाम बड़ा चर्चित है, जब 400 रू. का गैस सिलेंडर था तो सिलेंडर पर बैठकर नारे लगाती थीं, प्याज की माला पहनकर नारा लगाती थीं। आज 1100 का सिलेंडर मिल रहा है और वे हाथ पर हाथ घरे बैठी हैं और मुंह में दही जमा कर बैठी हैं।
    श्रीमती ईरानी से पूछा गया किसी कॉन्क्लेव में कि बड़ी बेइज्जती हो गई मोदी सरकार की, क्योंकि ग्लोबल हंगर इंडेक्स इंडेक्स में, भुखमरी में भारत नीचे पर गिरता जा रहे हैं तो वे कहती है आपको पता है कैसे होता है ग्लोबल हंगर इंडेक्स, भूखे लोगों को फोन किया जाता है और उनसे पूछा जाता है कि आप भूखे हैं? ऐसी महान विद्वान मंत्री के लिए मैं क्या कह सकती हूं? यानी के स्टंटिंग जो आधार होता है, चाइल्ड वेस्टिंग जो आधार होता है, बच्चे की मृत्यु दर, अल्पाहार, इन सब के अलग-अलग आधार इंडेक्स देखा जाता है। परखा जाता है देश की आबादी को और उसके बाद ग्लोबल हंगर इंडेक्स में मूल्यांकन किया जाता है। तो आप गरीब की क्या मदद करेंगे, आपने तो देश को भुखमरी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है।
    आज आप खुद अपने मुंह से कहते हैं कि 80 करोड लोगों को मुफ्त के अनाज का आपने मोहताज बनाया है देश में, क्योंकि उनके पास काम नहीं है, रोजगार नहीं है। बेरोजगारी ऐसी है कि आपको आंकड़े छुपाने पड़े, नेशनल स्टेटिसटिकल कमीशन के लोगों ने इस्तीफा दे दिए कि आप बेरोजगारी के आंकड़े छुपा रहे हैं। मोदी जी अब मध्य प्रदेश में आपका झूठ नहीं चलेगा, क्योंकि आपका जो मूल मंत्र है झूठ बोलों, बार-बार बोलों, शानदार बोलो, उसको लगातार ध्वस्त करने का काम, सच को जनता के सामने उजागर करने का काम हम करते रहेंगे और जितनी बार आप यहां पर आकर मुंह खोलेंगे आप भारतीय जनता पार्टी का वोट कम करने का काम करेंगे। जैसा कि शिवराज सिंह चौहान भी कर रहे हैं। जरा देखिए बहुत सर फुटऔवल हो रही है, कल आपकी लिस्ट आने के बाद गोली चलते-चलते बच गई, तो जरा उस पर नजर डालिए और देखिए किस तरीके से टिकट वितरण के बाद हार की कगार पर भाजपा खड़ी है, 50 सीटें आने की मोहताज हो रही है। मोदी जी मध्य प्रदेश में आकर झूठ बोलना बंद कीजिए।
    मैं एक और सूचना साझा करना चाहती हूं कि भोपाल में भंडारे में से दो बच्चियों गायब हो गई, जैसा कि मैंने आपको बताया कि किडनैपिंग के मामले में बच्चों के गायब होने के मामले में अव्वल नंबर पर है मध्य प्रदेश आज की खबर, यहीं की खबर मैं आपको बता रही हूं। मैं चाहती हूं कि पुलिस मुस्तादी से काम करें, मैं चाहती हूं जो भी प्रशासन तुरंत ही सुनिश्चित कराये कि वो बच्चियां सुरक्षित हैं और और अपने घर पहुंचाई जा सके।
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