जबलपुर और ग्वालियर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बल प्रयोग किया Uncategorized by mpeditor - August 11, 2023August 11, 20230 जबलपुर में NSUI कार्यकर्ता बेरोजगारी, महंगाई और पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी समेत कई घोटालों को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश कर रहे थे जबलपुर – जबलपुर में पुलिस ने NSUI कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें NSUI के प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ता घायल हो गए। इधर ग्वालियर में भी पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे NSUI कार्यकर्ताओं को वाटर कैनन का प्रयोग कर खदेड़ा। पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है।जबलपुर में NSUI कार्यकर्ता बेरोजगारी, महंगाई और पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी समेत कई घोटालों को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। कार्यकर्ता जब नहीं रुके तो पुलिस ने लाठियां चलानी शुरू कर दी। जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए। NSUI नेताओं का कहना है कि वो शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। जिस पर पुलिस ने बर्बरता से लाठी चलाई है।NSUI के सैकड़ों कार्यकर्ता मालवीय चौक से रैली के रूप में निकले थे। पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए पहले से ही घंटाघर चौराहे पर बैरिकेड्स लगा रहे थे। प्रदर्शनकारी जबरन बैरिकेड्स पर चढ़ गए और कलेक्ट्रेट तरफ जाने लगे। इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिससे भगदड़ जैसे हालात बन गए।लाठीचार्ज में प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे, राष्ट्रीय महासचिव पिंकी मुदगल, प्रदेश प्रभारी नीतीश गौड़, जिला अध्यक्ष सचिन रजक सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए। जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। NSUI प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि पुलिस ने हमारे ऊपर आतंकवादियों की तरह लाठी बरसाई है। ग्वालियर में वॉटर कैनन उधर ग्वालियर में NSUI के कार्यकर्ताओं ने कई मांगों को लेकर जीवाजी विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया। कुलपति और यूनिवर्सिटी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश भी की। जिसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा। पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है। कुलपति के घेराव की कोशिश में थे NSUI कार्यकर्ता NSUI के 100 से ज्यादा कार्यकर्ता गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे जीवाजी विश्वविद्यालय के गेट पर इकट्ठे हुए। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी के कुलपति का घेराव करना चाहते थे। इसके लिए वे प्रशासनिक भवन की ओर बढ़े। यहां पहले से ही पुलिस ने बैरिकेड्स लगा रखे थे।