बसपा नेता की सिर में गोली मारकर हत्या Uncategorized by mpeditor - March 5, 2024March 5, 20240 छतरपुर – छतरपुर में सोमवार रात बसपा नेता महेंद्र गुप्ता की सिर में दो गोली मारकर हत्या कर दी गई। गुस्साए लोगों ने मौके का वीडियो बना रहे अन्य लोगों से मारपीट की। घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है। हत्या के पीछे सियासी रंजिश बताई जा रही है। मंगलवार सुबह 9 बजे शव का पोस्टमॉर्टम किया गया।बसपा जिला अध्यक्ष शंकरलाल अहिरवार ने बताया कि महेंद्र ने बिजावर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। उनको एक साल से धमकियां मिल रही थी। एसपी को सुरक्षा के लिए आवेदन दिया था। वे हमेशा बुलेट प्रूफ जैकेट पहनते थे, अपराधियों को पहले से पता था, इसलिए सिर में गोली मारी है। बसपा नेताओं ने किया प्रदर्शन महेंद्र गुप्ता की मौत से गुस्साए बसपा नेताओं और परिजनों ने मंगलवार सुबह जिला अस्पताल के बाहर डाकखाने चौराहा पर जाम लगा दिया। पुलिस ने समझाइश देकर प्रदर्शन खत्म करवाया। बसपा जिला सयोजक दीपक ने कहा, हम सभी कार्यकर्ताओं की मांग है कि तत्काल जांच करके कानूनी कार्रवाई की जाए। हमारे नेता को न्याय मिले। हमें दो दिन का आश्वासन दिया गया है। अगर कार्रवाई नहीं की जाती है तो उग्र आंदोलन करेंगे। ईशानगर के महेंद्र गुप्ता अपने सुरक्षा गार्ड अब्दुल मंसूरी के साथ सोमवार देर रात पहाड़गांव के मित्र कुलदीप सिंह की बेटी की शादी में शामिल होने पहुंचे थे। ईशानगर जाने के लिए जुगराज होटल के गेट से बाहर निकले तभी दो बाइक सवार आए और सामने खड़े हो गए। इसके बाद उन्होंने सिर में दो गोली मार दी। इसके बाद पीछे खड़े दूसरे आरोपी ने एक हवाई फायर किया और वे फरार हो गए।शंकरलाल अहिरवार ने बताया कि यह पहली बार नहीं जब बसपा नेता की हत्या हुई है, इससे पहले देशराज यादव, हंसराज अहिरवार और अब महेंद्र गुप्ता का मर्डर किया गया। यह दुश्मनों की चाल है, प्लानिंग से मर्डर किया गया है। कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है। कल प्रदेश अध्यक्ष ने एसपी से बात की थी, तो छतरपुर एसपी अमित सांघी ने कहा था कि अपराधियों को जल्द पकड़कर 302 का मुकदमा दर्ज करेंगे। महेंद्र गुप्ता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष और सक्रिय नेता थे। महेंद्र ने साल 2023 में छतरपुर जिले की बिजावर सीट से बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में वे तीसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें 10443 वोट मिले थे। महेंद्र कुमार गुप्ता बसपा के जिला उपाध्यक्ष भी थे। वे सरपंच भी रह चुके हैं। वे ईशानगर के रहने वाले थे।