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पटवारी परीक्षा की नियुक्तियों पर रोक लगाने की मांग

नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने किया प्रदर्शन, तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

धार – पटवारी परीक्षा की नियुक्तियों को तत्काल रोकने और सरकार द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन तहसीलदार को सीएम के नाम का सौंपा गया। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने सोमवार को धार में प्रदर्शन करते हुए त्रिमूर्ति चौराहे स्थित डॉ अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष एकत्रित हुए, जहां पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। इस दौरान यूनियन के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में छात्र एकत्रित हुए।
ज्ञापन में पदाधिकारियों ने बताया कि ग्रुप-2 सब ग्रुप-4 पटवारी परीक्षा मार्च-अप्रैल 2023 में आयोजित की गई। जिसके परिणाम आने पर फर्जी वाड़ा का संदेह उत्पन्न हुआ। जिसको लेकर आंदोलन किए गए थे, छात्रों की मांग को देखते हुए पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा कमेटी बनाई गई थी। अब जांच समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक किए बगैर ही सरकार द्वारा नियुक्ति का निर्णय लिया गया है। जिससे इस परीक्षा से जुड़े लाखों अभ्यर्थियों के मन में शंका उत्पन्न हो रही है। ऐसे में इन नियुक्तियों पर रोक लगाते हुए जांच सार्वजनिक करने की मांग यूनियन द्वारा की गई है।
साथ ही नए सिरे से मध्य प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश के नेतृत्व में तकनीकी विशेषज्ञों की एसआईटी गठित कर जांच शुरू की जाए। साथ ही एमपीएसआई के 2 हजार पदों पर भर्ती करने, केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नकल विरोधी कानून को प्रदेश में लागू करने, राज्य सेवा परीक्षा 2024 में पदों की संख्या बढ़ाने जैसी मांगों को लेकर भी ज्ञापन सौंपा गया है।
दरअसल, कर्मचारी चयन मंडल ने पटवारी भर्ती परीक्षा-2022 का परिणाम जारी कर दिए है। चयन मंडल की वेबसाइट पर परिणाम उपलब्ध हैं, अब संबंधित अभ्यार्थियों को अपने नीयत समय पर आवंटित जिलों में काउंसिलिंग होगी।

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