You are here
Home > Uncategorized > भाजपा छोड़ने वालों की लंबी कतार, बीजेपी के और भी नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने के संकेत

भाजपा छोड़ने वालों की लंबी कतार, बीजेपी के और भी नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने के संकेत

भाजपा के निचले से लेकर बड़े स्तर तक के नेता कहीं ना कहीं कांग्रेस के संपर्क में

This image has an empty alt attribute; its file name is WhatsApp-Image-2023-05-16-at-11.08.55-AM.jpeg

इंदौर – दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद इंदौर में भी राजनैतिक सरगर्मी तेज हो गई है। जोशी के पाला बदलने के बाद कई कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी के और भी नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने के संकेत दिए हैं। इस बारे में कांग्रेस नेताओं का दावा है कि भाजपा के कई नेता पूर्व सीएम कमलनाथ और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के लगातार संपर्क में हैं।

नीचे से लेकर ऊपरी स्तर तक के नेता

इधर, राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि इंदौर के साथ ही एमपी में बीजेपी के कई ऐसे नेता है जो खुद कांग्रेस नेताओं से संपर्क साध रहे हैं। इसमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित एक्स एमएलए के भी संपर्क में आने की बात कही जा रही है। हालांकि इसमें कौन नेता शामिल है इसके नाम अभी स्पष्ट नहीं हो सके हैं।

नेता दे चुके हैं ये संकेत

दरअसल, कुछ दिनों पहले कांग्रेस के दो नेता इंदौर में मीडिया के सामने इस बारे में बयान भी दे चुके हैं। 9 मई को पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव इंदौर आए थे। प्रेस क्लब में आयोजित नारी सम्मान योजना की शुरुआत के कार्यक्रम के दौरान मीडिया से रुबरू हुए अरुण यादव ने दीपक जोशी को लेकर पूछे सवाल पर कहा था कि दीपक जोशी से उनके पारिवारिक संबंध है।

उनके पिता कैलाश जोशी संत के नाम से जाने जाते थे। उनके परिवार की दुर्गति और अनदेखी प्रदेश सरकार ने की है, उससे दुखी होकर दीपक जोशी हमारी पार्टी में आए। उनके आने से बहुत बड़ा फायदा पार्टी को होगा। जो लोग लिस्ट में है उनसे मेरी भी चर्चा हो रही है और कांग्रेस के अन्य नेताओं से हो रही है, वो जल्द ही आपके सामने आएंगे।

कमलनाथ और हमारे संपर्क में हैं कई भाजपाई

इधर, कुछ दिनों पहले इंदौर में कांग्रेस ने धर्म रक्षा यात्रा निकाली। जिसमें शामिल होने पूर्व मंत्री व विधायक सज्जन वर्मा भी पहुंचे। यहां पर उन्होंने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा कि बीजेपी के कई नेता कमलनाथ जी और हमारे संपर्क में है।

मप्र के कांग्रेस और बीजेपी नेताओं को ये एहसास हो गया है, कि आरएसएस और बीजेपी का जो सर्वे आया उसमें 60 से 70 सीट मात्र बीजेपी को आ रही है। वो लोग जो 6 से 7 बार बीजेपी की टिकट पर जीते वो अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। इसलिए उनका मोह बीजेपी से भंग है और उनका रुख कांग्रेस की तरफ है।

सिंधिया के साथ जाने वालों को नो एंट्री

इस राजनैतिक उठा पटक के बीच कांग्रेस नेताओं ने ये स्पष्ट किया है कि सिंधिया के साथ जाने वाले कांग्रेस नेताओं को दोबारा एंट्री नहीं मिलेगी। सज्जन वर्मा ने ये भी कहा था कि दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सिंधिया के साथ जो कांग्रेस के नेता पैसे में बिक कर गए हैं उनमें से एक को भी कांग्रेस में वापस नहीं लिया जाएगा।

Top