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उफनता नाला पार करते समय यात्रियों से भरी बस पलटी, 20 घायल

श्योपुर। जिले के विजयपुर थाना क्षेत्र के ऊंपचा गांव के पास शनिवार शाम को उफनते नाले को पार कर रही बस अनियंत्रित होकर पलट गई। बताया जा रहा है कि बस में 50 से ज्यादा यात्री सवार थे। जान बचाने के लिए लोग बस के शीशे तोड़कर बाहर निकले। हादसे में 20 यात्री घायल हुए हैं, वहीं कुछ के बहने की आशंका जताई गई है।

बताया गया है कि पुल पर करीब 2 फीट पानी बह रहा था, जिस पर से चालक ने बस को निकलने का प्रयास किया, तभी यह हादसा हो गया। सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बस में फंसे लोगों का रेस्क्यू शुरू किया। लोगों की सूचना पर स्थानीय पुलिस और विजयपुर एसडीएम नीरज शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने पोकलेन बुलाकर बस को सीधा कराया। साथ ही घायल यात्रियों को विजयपुर के अस्पताल भेजा।बस मुरैना जिले के सबलगढ़ से श्योपुर जिले के विजयपुर आ रही थी। सभी यात्री विजयपुर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के रहने वाले हैं। बस में सवार ज्यादातर लोग राजस्थान के करौली जिले में स्थित कैलादेवी माता मंदिर के दर्शन कर लौट रहे थे।

विजयपुर थाना पुलिस के अनुसार, हादसा ग्राम ऊंपचा के पास हुआ। यहां बरसाती नाले में बारिश के कारण बाढ़ आने से पुलिया डूब गई थी। शनिवार शाम करीब 5 बजे सबलगढ़ से विजयपुर जा रही बस क्रमांक एमपी 06, पी 0765 के चालक ने पुलिया पार करने का प्रयास किया। इसमें बस पानी की तेज धारा में बहकर पटल गई। पुल पर पानी होने के कारण लोगों ने चालक को बस निकालने के लिए मना किया था। इसके बाद भी उसने जोखिम लेकर बस को नाला पार कराने का प्रयास किया। घटना के बाद आरोपित बस ड्राइवर मौके से फरार हो गया। विजयपुर थाने में अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ धारा 279, 337 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

हादसे में घायल यात्री अनिल रजक ने बताया कि बस का चालक शराब के नशे में धुत था। उसने भुजपेरिया गांव के पास अंग्रेजी शराब पी थी। इसके बाद वह बस चलाने लगा। जब इसे लेकर विरोध किया तो चालक बहस करने लगा। इसके बाद यात्री चुप हो गए,जैसे ही बस ऊपचा गांव के पास पहुंची तो सड़क पानी में डूबी हुई थी। हमने मना किया फिर भी चालक बस को पानी में डूबी हुई पुलिया से पार कराने लगा। यात्रियों ने उसे ऐसा करने से बार-बार रोका, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। बस आगे जाकर पलट गई।बस पलटते ही बच्चे-महिला सहित सभी यात्री चीखने लगे। लोग अपनी जान बचाने के लिए बस की खिड़कियों से निकलने की कोशिश करने लगे। एक पल के लिए तो ऐसा लगा कि अब वह नहीं बचेंगे, लेकिन ऊपर वाले की कृपा रही कि कुछ लोगों ने बस के शीशे तोड़ दिए। इससे लोग तेजी के साथ बस से बाहर आ गए और बस पर खड़े हो गए। पुलिया के आसपास मौजूद ग्रामीणों ने भी तत्काल लोगों को निकालने में मदद की। हमें चोट जरूर लगी है, लेकिन जान बच गई यही बड़ी राहत है।

हादसे में करीब 20 लोग घायल हो गए। नौ यात्रियों को ज्यादा चोट आई थीं, जिन्हें विजयपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिन लोगों को मामूली चोट लगीं, उन्हें अस्पताल नहीं ले जाया गया। हादसे में पूजा (22), फलबती (35) निवासी पलादपुरा, ज्योति (21) पति राजकुमार शर्मा निवासी सुनवाई, सोनिया (13) पिता सब्बीर, अनीता (40), सुनैना (4) पिता मुकेश निवासी गोपालपुर, कृष्णा (19) पिता दौजा शितुआपुरा अस्पताल में भर्ती हैं।

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