प्रभात चौराहे से हटाई गई नेताजी की प्रतिमा, कांग्रेस ने इसे बीजेपी का दोहरा चरित्र बताया Politics by mpeditor - January 13, 2021January 13, 20210 पश्चिम बंगाल में चुनावी फायदा लेने के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती धूमधाम से मनाने का एलान और भोपाल में उनकी पहले से लगी मूर्ति हटाने की ज़िद। कांग्रेस ने इसे बीजेपी का दोहरा चरित्र बताते हुए शिवराज सरकार पर करारा हमला किया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता पीसी शर्मा और शिवराज सरकार के मंत्री विश्वास सारंग में तीखी नोकझोंक भी हुई है। दरअसल ये सारा विवाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा हटाए जावे को लेकर शुरू हुआ है। दरअसल नरेला विधानसभा क्षेत्र के प्रभात चौराहे पर लगी नेताजी की प्रतिमा विकास के नाम पर हटवा दी गई है। मंगलवार को प्रतिमा हटाए जाने की खबर जैसे ही कांग्रेस को मिली, पीसी शर्मा के नेतृत्व में बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर जबरदस्त हंगामा किया। दरअसल, नगर निगम के अमले ने मंगलवार को प्रभात चौराहे पर पहुंचकर नेता जी की प्रतिमा को हटाना शुरू किया। इस बात की सूचना मिलते ही कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा तत्काल मौके पर पहुंच गए। उनके साथ कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता भी मौजूद थे, जिन्होंने सरकार के इस फैसले के खिलाफ जमकर हंगामा किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि बीजेपी सरकार देश की आजादी के शहादत देने वाले क्रांतिकारियों का अपमान कर रही है। इधर कांग्रेस द्वारा प्रतिमा हटाने के कार्य को रोके जाने की खबर मिलते ही बीजेपी नेता व मंत्री विश्वास सारंग मौके पर पहुंच गए। इस दौरान पीसी शर्मा व विश्वास सारंग आपस में भिड़ गए। कांग्रेस के कड़े विरोध के बावजूद सरकार ने मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करके नेता जी की मूर्ति को वहां से जबरन हटवा दिया। बीजेपी के दोहरे चरित्र को जनता देख रही है – पीसी शर्मा कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा कि बीजेपी के इस दोहरे चरित्र को जनता देख रही है। शर्मा ने कहा, ‘आजाद हिंद फौज के संस्थापक व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नेताजी की प्रतिमा को हटाया जा रहा है। एक तरफ बीजेपी बंगाल में सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने की तैयारी कर रही है क्योंकि वहां चुनाव है और दूसरी तरफ यहां मूर्ति तक हटा रही है। बीजेपी के इस दोहरे चरित्र को जनता देख रही है।’ वहीं विश्वास सारंग ने तर्क दिया कि मूर्ति हटाने से रोटरी बड़ी की जा सकेगी और ट्रैफिक व्यवस्था ठीक की जाएगी। शिवराज सरकार के मंत्री ने मूर्ति हटाने के भारी विरोध के बीच ये आश्वासन भी दिया कि मूर्ति किसी और जगह पर लगाई जाएगी।