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लाड़ली लक्ष्मियों के नाम पर वाटिकाएं और पथ बनाने की बजाय उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें सरकार: केके मिश्रा

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने राज्योत्सव के दूसरे दिन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा हर जिले में लाड़ली लक्ष्मियों के नाम पर वाटिकाएं और पथ बनाये जाने को मामा की महज राजनैतिक नौटंकी बताया है।


मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री यदि मौजूदा हालातों में लाड़ली लक्ष्मियों को वास्तव में सम्मान की निगाह से देखना चाहते हैं तो इस विषयक नाकाम सरकार और अपराधियों से लाड़लियों की सुरक्षा की गारंटी का प्रबंध सुनिश्चित करें और वे यह भी स्पष्ट करें कि हाल ही में भोपाल, खंडवा, मुरैना, ग्वालियर, भिंड, गुना, शिवपुरी सहित अन्य जिलों में मासूम लाड़ली लक्ष्मियों के साथ दुष्कर्म/ गैंगरेप की घटनाओं के बाद लाड़ली लक्ष्मियां जिन-जिन अस्पतालों में स्थिर हालातों में कराह रही हैं, उन अस्पतालांे के भी नाम क्या होंगे?


श्री मिश्रा ने कहा कि पिछले कई महीनों से प्रदेश में नाबालिग लाड़ली लक्ष्मियों के साथ दुष्कर्म, सामूहिक बलात्कार और उसके बाद उनकी हत्याओं में बढ़ोत्तरी की घटनाएं सामने आई हैं, जिन्हें देखते हुए यह कहना प्रासंगिक होगा कि अमन और शांति का टापू मध्यप्रदेश अब रेप स्टेट के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर चुका है। उन्होंने कहा कि नाबालिग का अर्थ 18 वर्ष की आयु से कम उम्र को माना जाता है और बीते 18 सालों से प्रदेश में भाजपा-शिवराज सरकार काबिज है। लिहाजा, इन नाबालिगों के साथ हुये दुष्कर्म, गैंगरेप की जबावदेही भी मुख्यमंत्री जी आपकी ही सरकार की बनती है, जिसे स्वीकार करने की अपेक्षा वाटिकाओं और पथों के नाम पर इन जघन्य घटनाओं पर पर्दा डालने और जनता को भ्रमित करने का आप अक्षम्य राजनैतिक अपराध कर रहे हैं।


श्री मिश्रा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हर मोर्चे पर असफल राज्य सरकार के कुशासन की वजह से ऐसी ही घटनाओं के माध्यम से प्रदेश एक घृणित पहचान में शुमार हो चुका है। प्रदेश में अब तक महिलाओं और मासूमों के साथ जितने भी बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, बलात्कार के बाद हत्याओं के मामले सामने आये हैं, उन्हें दृष्टिगत रख प्रदेश के मुखिया के नाते मुख्यमंत्री को बजाय इस तरह की नौटंकियों से इतर सार्वजनिक रूप से प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिए।

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