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राम वन गमन पथ को सुनियोजित तरीके से नष्ट कर रही है सरकार: अजय सिंह

भोपाल। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आरोप लगाया है कि शिवराज सिंह सरकार मध्यप्रदेश में राम वन गमन पथ को लगातार नष्ट करने में लगी हुई है। यहाँ भगवान राम ने वनवास काल के साढ़े ग्यारह वर्ष बिताये थे। मुख्यमंत्री बार बार जनता से वायदा करते हैं कि भगवान राम की स्मृतियों को बचाने के लिए राम वन गमन पथ का विकास किया जाएगा, लेकिन राम नाम का इस्तेमाल कर सत्ता का सफऱ तय करने के बाद में सब भूल जाते हैं। वे मध्यप्रदेश और खासकर विन्ध्य की जनता के साथ लगातार धार्मिक धोका कर रहे हैं। वे धर्मप्राण जनता के विश्वास को आघात पहुंचा रहे हैं।

अजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले रीवा में सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों के एकमात्र केंद्र भगवान परशुराम आश्रम को मुख्यमंत्री के इशारे पर अतिक्रमण के नाम पर तोड़ दिया गया। देश भर के साधू संत चित्रकूट और राम वन गमन पथ यात्रा के दौरान यहाँ रुकते थे। फिर राम की तपोभूमि चित्रकूट को सतना से जोडऩे वाली फोर लेन रोड का प्रस्ताव शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए पूरी तरह निरस्त हुआ। इसके साथ सतना से मैहर तक फोर लेन सडक़ के प्रस्ताव को भी घटा कर टू लेन कर दिया गया। उन्होंने कहा कि छब्बीस सौ करोड़ के प्रोजेक्ट को घटा कर 328 करोड़ रूपये कर दिया गया। अब सरकार भगवान राम की कर्मभूमि सिद्धा पहाड़ को ही खोदने की अनुमति देने जा रही है। रामायण में इस पहाड़ का उल्लेख है, यह पहाड़ ऋषि मुनियों की हड्डियों के ढेर से बना है। यहाँ प्रभु श्रीराम ने राक्षसों का संहार किया था। उन्होंने इस भूमि को राक्षसों से विहीन करने की प्रतिज्ञा ली थी। अगले कुछ साल में रामायण में उल्लेखित सिद्धा पहाड़ भी विन्ध्य भूमि से गायब हो जाएगा।पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि तत्कालीन कलेक्टर सुखबीर सिंह ने 27 लीज को निरस्त किया था जिसमें सिद्धा पहाड़ भी शामिल था। एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार भगवान राम से जुड़े अवशेष तलाश रही है, वहीं मध्यप्रदेश में श्रीराम के चिन्हित अवशेषों को सुनियोजित तरीके से नष्ट किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि वनवास के दौरान श्री राम जहां से गुजरे थे उनमें सरभंगा आश्रम और सिद्धा पहाड़ भी था। वर्ष 2007 में यहाँ भाजपा सरकार ने विकास की 560 लाख रूपये की योजना बनाई गई थी जो अब ठन्डे बस्ते में है। सरभंगा आश्रम के अलावा सिद्धा पहाड़ के पास वर्षों से खनन होता रहा है। लीज खत्म हो गई है लेकिन अवैध खनन जारी है। राम वन गमन पथ का क्षेत्र चित्रकूट के चौरासी कोसीय परिक्रमा क्षेत्र के अंदर आता है। अजय सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार राम की स्मृतियों को भी अवैध खनन से नहीं बचा पाई। जहां राम के वनवास काल में बिताये गये साढ़े ग्यारह वर्ष के अवशेष है। अजयसिंह ने कहा कि शिवराज सिंह की यदि वाकई राम के प्रति आस्था है तो वे राम वन गमन पथ क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे अवैध उत्खनन पर तत्काल रोक लगायें।

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